144 साल में विंबलडन के लिए विश्वयुद्ध की तरह ही खतरनाक साबित हुआ कोरोना, तीसरी बार रद्द हुआ टूर्नामेंट

टूर्नामेंट के रद्द होने से ऑर्गनाइजर्स को लगभग 2400 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। लेकिन, समझदारी यह रही कि ऑल इंग्लैंड क्लब ने 2003 में सार्स महामारी के बाद अपनी बीमा पॉलिसी को अपडेट कर लिया था। इस लिहाज से ऑर्गनाइजर्स को बीमा के तौर पर करीब 950 करोड़ रुपए मिले हैं। ऐसे में अब यह नुकसान करीब 1450 करोड़ रुपए का ही रहेगा।

Asianet News Hindi | Published : Jun 29, 2020 6:30 AM IST

स्पोर्टस डेस्क। टेनिस के सबसे बड़ा टूर्नामेंट विंबलडन के 134वें सीजन को रद्द कर दिया गया है। यह निर्णय कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण लिया गया है। बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध के 75 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि टूर्नामेंट को रद्द करना पड़ा। अब तक यह टूर्नामेंट तीसरी बार रद्द हुआ है। हालांकि अब ग्रास कोर्ट का यह टूर्नामेंट अगले साल 28 जून से 11 जुलाई तक होगा।

2400 करोड़ का नुकसान
टूर्नामेंट के रद्द होने से ऑर्गनाइजर्स को लगभग 2400 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। लेकिन, समझदारी यह रही कि ऑल इंग्लैंड क्लब ने 2003 में सार्स महामारी के बाद अपनी बीमा पॉलिसी को अपडेट कर लिया था। इस लिहाज से ऑर्गनाइजर्स को बीमा के तौर पर करीब 950 करोड़ रुपए मिले हैं। ऐसे में अब यह नुकसान करीब 1450 करोड़ रुपए का ही रहेगा।

बीमा कंपनी को हर साल 15 करोड़ रु. देते हैं ऑर्गनाइजर्स
ऑर्गनाइजर्स बतौर बीमा हर साल इंश्योरेंस कंपनी को करीब 15 करोड़ रुपए देते आए हैं। विंबलडन के चीफ एक्जीक्यूटिव रिचर्ड लेविस ने कहा था कि हम भाग्यशाली हैं कि टूर्नामेंट का बीमा है। इससे काफी मदद मिलेगी। आयोजन में शामिल सभी लोग अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन, अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

दूसरे खेलों पर भी पड़ा है असर
कोरोना वायरस की वजह से ओलंपिक खेलों का आयोजन पहले ही एक साल के लिए टाला जा चुका है।टोक्यो ओलंपिक का आयोजन अब साल 2021 में जुलाई-अगस्त में होगा। वहीं इस साल के अंत में होने वाले ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप पर भी कोरोना वायरस की वजह से खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। कोरोना वायरस की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का रद्द होना भी लगभग तय हो चुका है।

(फाइल फोटो)

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