ईरान की शतरंज खिलाड़ी (Iranian Chess Player) सारा खादेन जिन्हें सारा सादात खादेमालासरियाह के नाम से भी जाना जाता है, ने बिना हिजाब के ही एक चेस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। ईरानियन न्यूज एजेंसी के हवाले से यह खबर सीएनएन ने दी है।
Iranian Chess Player Without Hijab. ईरान की शतरंज खिलाड़ी (Iranian Chess Player) सारा खादेन जिन्हें सारा सादात खादेमालासरियाह के नाम से भी जाना जाता है, ने बिना हिजाब के ही एक चेस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। ईरानियन न्यूज एजेंसी के हवाले से यह खबर सीएनएन ने दी है। बीते सितंबर से जब से सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू हुए हैं, तब से खादेम लेटेस्ट एथलीट हैं जिन्होंने बिना हिजाब पहने किसी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है।
ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने तब जोर पकड़ा जब पुलिस फोर्स की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत हो गई। रिपोर्ट्स की मानें तो सारा खादेम में कजाकिस्तान के अल्माटी में आयोजित एफआईडीई वर्ल्ड रैपिड एंड ब्लिट्ज चेस चैंपियनशिप में बिना हिजाब पहने शामिल हुईं और उनके फोटोग्राफ्स भी सामने आए हैं। ईरान के कानून के मुताबिक हिजाब पहनना अनिवार्य है। लेकिन सारा ने बिना हिजाब टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर सरकार विरोधी आंदोलन की नई पोस्टर गर्ल बन गई हैं।
कौन हैं सारा खादेन
इंटरनेशनल चेस फेडरेशन के अनुसार चेस प्लेयर सारा खादेम का जन्म 1997 में हुआ था और वे इस समय 10वें रैंक की चेस खिलाड़ी हैं। जबकि वर्ल्डवाइड उनकी रैंकिंग 804 है। हाल ही में ईरान की क्लाइंबर एलनाज रेकाबी ने साउथ कोरिया में बिना हिजाब पहने ही टूर्नामेंट में कंपीट किया था। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी कि अचानक गिरने की वजह से ऐसा हुआ। इसके बाद यह स्पष्ट नहीं हो सका कि आखिर वे कहना क्या चाहती थीं।
ईरान सरकार ने क्या कहा
ईरान के डिप्टी स्पोर्ट्स मिनिस्टर मरयम काजिमीपोर ने कहा कि जो भी एथलीट इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ काम कर रहे हैं, वह अक्षम्य है और उनका व्यवहार अच्छा नहीं है। हम इन गलतियों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में जारी एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट बताती है कि ईरान की सरकार ने विरोध प्रदर्शन करने वाले 21 लोगों को मौत की सजा सुनाई है।
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