पेस ने ‘भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स- यंग लीडर्स फोरम’ द्वारा आयोजित एक वेबिनार के दौरान कहा, ‘मैं वास्तव में ओलिंपिक के बारे में चिंतित हूं क्योंकि यह मेरे इतिहास, मेरी विरासत के लिए प्रासंगिक है।’
कोलकाता. कोविड-19 महामारी के कारण तोक्यो ओलिंपिक सहित कई दूसरे टूर्नमेंटों के निलंबित होने के बाद दिग्गज भारतीय टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को लग रहा है कि लगातार आठवें ओलिंपिक में खेलने का उनका सपना साकार नहीं होगा। बुधवार को अपना 47वें जन्मदिन मनाने वाले पेस ने पहले कहा था कि 2020 सत्र और ओलिंपिक उनका आखिरी टूर्नमेंट होगा लेकिन कोरोना वायरस महामारी ने उनकी पूर्व नियोजित योजना पर पानी फेर दिया।
पेस ने ‘भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स- यंग लीडर्स फोरम’ द्वारा आयोजित एक वेबिनार के दौरान कहा, ‘मैं वास्तव में ओलिंपिक के बारे में चिंतित हूं क्योंकि यह मेरे इतिहास, मेरी विरासत के लिए प्रासंगिक है।’
ओलिंपिक के लिए कॉर्पोरेट प्रायोजक कैसे आएंगें?
उन्होंने कहा, ‘मैं ‘वन लास्ट रोर (आखिरी)’ सत्र में था, जिसका समापन तोक्यो ओलिंपिक के साथ होना था। लेकिन ओलिंपिक को 2021 के लिए निलंबित कर दिया है और विश्व अर्थव्यवस्था भी नीचे की तरफ जा रही है। ऐसे में ओलिंपिक के लिए कॉर्पोरेट प्रायोजक कैसे आएंगें।’
वैक्सीन के बिना ओलिंपिक आयोजन मुश्किल
पेस ने कहा, ‘कोविड-19 से निपटने के लिए टीके (वैक्सीन) के बिना ओलिंपिक का 2021 में भी आयोजन मुश्किल होगा।’ डेविस कप में 44 जीत का रिकार्ड बनाने वाले पेस ने कहा, ‘जापानी खेल प्रशासन ऐसे में ओलिंपिक का संचालन कैसे कर पाएगा, खासकर अगर यह बिना दर्शकों के हुआ तो?’
अगर स्टेडियम खाली रहा तो?
उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा, ‘अगर स्टेडियम खाली रहा तो राजस्व कहां से आयेगा। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका हम सामना करेंगे। खेल इतना बड़ा व्यवसाय है, यहां ऐसे भी ऐथलीट है जो सैकड़ों मिलियन डॉलर की कमाई करते हैं।’
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह फिर से पेशेवर सर्किट में वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘जब लॉकडाउन खुलेगा तब मै वापसी करूंगा। मैं उस 30 वर्षीय ऐथलीट की तरह लिएंडर का नया संस्करण रहूंगा।’