महामारी के कारण इस साल का सीजन शुरू नहीं हो पाया है। इस दौरान 10 से अधिक रेस या तो स्थगित कर दिए गए हैं या उन्हें रद्द कर दिया गया है।
स्पोर्ट्स डेस्क. कोरोना वायरस के कारण सभी क्षेत्रों में मंदी का दौर चल रहा है। खेल जगत भी इससे अछूता नहीं है। बतादें कि फॉर्मूला-1 का रेवेन्यू जनवरी से मार्च महीने के बीच 84 फीसदी से घटकर 39 मिलियन डॉलर यानी 292 करोड़ रूपए तक पहुंच गया है। वहीं अगर फिछले साल की बात करे तो इसी तिमाही में यह 246 मिलियन डॉलर था।
इस साल का सीजन शुरू नहीं हो पाया है
फार्मूला वन की पैरंट कंपनी लिबर्टी मीडिया ने बताया कि उसका भी रेवेन्यू 200 मिलियन डॉलर घटा है। साथ ही लीग के संचालन का भी घाटा पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गया है। पिछले साल 47 मिलियन डॉलर का घाटा था जो अब बढ़ कर 137 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
दरअसल, महामारी के कारण इस साल का सीजन शुरू नहीं हो पाया है। इस दौरान 10 से अधिक रेस या तो स्थगित कर दिए गए हैं या उन्हें रद्द कर दिया गया है।
काफी ज्यादा हो रहा है नुकसान
कंपनी ने उम्मीद जताई है कि जुलाई से रेस शुरू हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो कंपनी इस रेस को दिसंबर तक जारी रखेगी। इस दौरान 15 से 18 रेस कराने का लक्ष्य है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हो पाया है कि इस दौरान दर्शक मौजूद रहेंगे या फिर खाली कुर्सियों के बीच रेस को कराया जाएगा।
बतादें कि लिबर्टी मीडिया के पास 2017 से फॉर्मूला वन का मालिकाना हक है। कंपनी की कमाई का बड़ा हिस्सा रेस के आयोजकों, ब्रॉडकास्टर्स और स्पाॉन्सर से आता है। लेकिन महामारी के कारण रेस पूरी तरह से बंद है। ऐसे में स्वभाविक है कि कंपनी को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है।