महिला डिस्क्स थ्रो ग्रुप-बी के क्वालिफिकेशन में भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर ने इतिहास रच दिया। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का बेंचमार्क थ्रो किया और फाइनल में जगह बनाई है।
स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में अबतक भारतीय पुरुषों से ज्यादा भारतीय महिलाओं ने जीत हासिल की है। टोक्यो में पहला मेडल दिलाने वाली भी भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ही हैं। अब इस कड़ी में पूजा रानी और पीवी सिंधु के साथ मेडल की रेस में कमलप्रीत (Kamalpreet Kaur) का नाम भी जुड़ गया है। शनिवार को महिला डिस्क्स थ्रो ग्रुप-बी के क्वालिफिकेशन में भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर ने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का बेंचमार्क थ्रो किया और फाइनल में जगह बनाई है। इसके साथ ही वह ये कारनामा करने वाली आज तक की दूसरी भारतीय थ्रोअर बन गई हैं। उनसे पहले लंदन ओलंपिक 2012 में कृष्णा पुनिया ने यह सफलता हासिल की थी।
ऐसा रहा कमलप्रीत का थ्रो
कमलप्रीत कौर ने अपने पहले प्रयास में 60.29 मीटर, दूसरे में 60.97 मीटर और तीसरे प्रयास में 64.00 मीटर का बेंचमार्क थ्रो किया। इसके साथ ही वह ग्रुप ए और बी में ओवरऑल दूसरे नंबर पर रही और फाइनल में जगह पक्की की। अब फाइनल में उनका मुकाबला अमेरिका की वैलेरी ऑलमैन से होगा। जिन्होंने इस मुकाबले में 66.42 मीटर की थ्रो के साथ क्वालिफाई किया है। अब भारतीयों की उम्मीद कमलप्रीत से और बढ़ गई है।
सीमा हुई डिस्क्वालिफाई
कमलप्रीत के साथ ही एक और भारतीय थ्रोअर सीमा पुनिया (Seema Punia) ने ग्रुप ए में टॉप 6 में जगह बनाई थी, लेकिन वह अपने तीसरे प्रयास में भी 64 मीटर के क्वालिफिकेशन मार्क को नहीं छू सकीं। उन्होंने 58.93 मीटर का थ्रो किया। इसके बाद ग्रुप बी का मैच खत्म होने के साथ ही उनका टोक्यो का सफर खत्म हो गया, क्योंकि फाइनल में पहुंचने के लिए ग्रुप-ए और ग्रुप-बी के टॉप-12 एथलीटों में बने रहना जरूरी होता है। लेकिन दोनों ग्रुप की रैकिंग में सीमा पिछड़ गई।
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