गुजरात के मोरबी में रविवार शाम बड़ा हादसा हो गया है। यहां केबल ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग नदी में गिर गए। इनमें से कई की मौत होने की खबर है। हलांकि अभी यह सामने नहीं आया है कि कितने लोगों की जान गई है। वहीं नदी में डूबे लोगों को बाहर निकालने के लिए बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
अहमदाबाद, गुजरात के मोरबी में रविवार शाम बड़ा हादसा हो गया है। यहां केबल ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग नदी में गिर गए। इनमें से कई की मौत होने की खबर है। हलांकि अभी यह सामने नहीं आया है कि इस हादसे में कितने लोगों की जान गई है। वहीं सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। नदी में बहे लोगों को बाहर निकालने के लिए बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस दौरान कुछ लोगों को डूबने बचा लिया गया है। कई की तलाश जारी है। इस दुर्घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गहरा दुख जताया है।
कई टूरिस्ट भी हुई हादसे के शिकार
दरअसल, हादसे के वक्त पुल पर काफी संख्या में लोग थे। वहीं कई लोग यहां पर टूरिस्ट थे जो इस पुल को देखने के लिए पहुंचे हुए थे। जैसे ही पुल नदी में गिरा तो चीख-पुकार मच गई। यह हादसा रविवार शाम करीब 7 बजे के आस पास हुआ है। खबर लगते ही स्थानीय लोग पहुंचे और लोगों को नदी से बाहर निकालने में जुट गए। वहीं पुलिस और प्रशासन भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। नदी में उतरकर लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। फिल इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि पुल टूटने से नदी में कितने लोग गिरे हैं, लेकिन बताया जा रहा है यह संख्या सैंकड़ों में है।
ब्रिज 6 महीने से था बंद, दिवाली पर खोला गया था
यह ब्रिज पिछले 6 महीने से बंद था और उसके रिनोवेशन का काम चल रहा था। जिसके चलते इसे बंद कर दिया गया था। लेकिन कुछ दिन पहले ही 25 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। लेकिन पांच दिन बाद ही यह बड़ा हादसा हो गया।
रिनोवेशन के बाद भी इतना बड़ा हादसा होने पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। ब्रिज के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ओरेवा ग्रुप के पास है।
मृतकों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता
प्रधानमंत्री कार्यालय से मोरबी पुल हादसा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से दिया जाएगा। इस हादसा में घायलों को पचास-पचास हजार रुपये पीएमएनआरएफ से दिया जाएगा।
140 साल पुराना ब्रिज देश की है धरोहर
मोरबी का यह केवल ब्रिज 140 साल पुराना है। इस सस्पेंशन ब्रिज की लंबाई करीब 765 फीट है। यह ब्रिज गुजरात के मोरबी ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक धरोहर है। इस ब्रिज का उद्घाटन 20 फरवरी 1879 को मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था। उस दौरान इसकी लगात करीब साढ़े तीन लाख के करीब थी। जो 1880 में बनकर तैयार हुआ था। इसके लिए सामान भी इग्लैंड से मंगवाया गया था।