बेंगलुरू में लोगों की पहली पसंद बना 'मीटर फेयर ओनली' ऑटो

Published : Oct 20, 2022, 10:23 AM ISTUpdated : Oct 20, 2022, 10:38 AM IST
बेंगलुरू में लोगों की पहली पसंद बना 'मीटर फेयर ओनली' ऑटो

सार

बेंगलुरू में मीटर फेयर ओनली लिखे हुए ऑटो इन दिनों लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। क्योंकि ऐसा बहुत ही कम होता है कि बेंगलुरू को ऑटो ड्राइवर पहले से लगे मीटर के हिसाब से किराया वसूल करते हों। यही कारण है कि मीटर फेयर ओनली डिस्प्ले वाले ऑटो रिक्शा इन दिनों इंटरनेट पर भी वायरल हो गए हैं।   

Meter Fare Only Auto Bengaluru. बेंगलुरू में मीटर फेयर ओनली लिखे हुए ऑटो इन दिनों लोगों की पहली पसंद बन चुके हैं। क्योंकि ऐसा बहुत ही कम होता है कि बेंगलुरू को ऑटो ड्राइवर पहले से लगे मीटर के हिसाब से किराया वसूल करते हों। यही कारण है कि मीटर फेयर ओनली डिस्प्ले वाले ऑटो रिक्शा इन दिनों इंटरनेट पर भी वायरल हो गए हैं। 

इन दिनों ट्विटर पर एक वीडियो वायरल है जिसे सक्युतू गुरू ने शेयर किया है और कैप्शन लिखा है कि एक ऐसी दुनिया जहां नो मीटर फेयर का बोलबाला है, उसमें इस आदमी को देखिये जिस पर शहर के लोग खूब प्यार बरसा रहे हैं। वे लोग जो रोजाना ऑटो किराया के लिए ऑटो ड्राइवर्स से झगड़ते रहते हैं, उनके लिए यह बढ़िया ऑप्शन है। ऐसी ही एक यूजर पूजा ने लिखा आश्चर्यजनक खुशी हो रही है, यह हजारों में एक होगा। एक अन्य यूजर विजय ने लिखा कि यदि बेंगलुरू के ज्यादातर ऑटोचालक मीटर से किराया लेने लगें तो वे ओला और उबर जैसी कंपनियों के मार्केट शेयर में हिस्सेदार बन सकते हैं।

हाल ही में कर्नाटक हाईकोर्ट ने कैब संचालकों को ऑटो रिक्शा चलान के लिए सरकारी दर से 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ ऑटो चलाने की अनुमति दी थी। यह फैसला तब आया जब कर्नाटक सरकार ने ओला और उबर जैसी ऑनलाइन कंपनियों से ऑटो संचालन बंद करने के आदेश दिए थे जिसके बाद ओला और उबर ने हाईकोर्ट का रूख किया था। यह आदेश 6 अक्टूबर को जारी किए गए थे। पिछले साल नवंबर महीने में कर्नाटक सरकार ने ऑटो ड्राइवर्स के लिए मीटर फेयर बढ़ाने का निर्णय लिया था। यह प्राइस तब पहले 2 किलोमीटर के लिए 25 रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए कर दी थी। इसके बाद प्रति किलोमीटर 13 रुपए की जगह 15 रुपए दाम फिक्स किए गए थे।
 

यह भी पढ़ें

कर्नाटक: कार की पिछली सीट पर सवार होकर नहीं लगाया सीट बेल्ट तो देना होगा 1000 रुपए जुर्माना

PREV

Recommended Stories

रीजनल AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस: गुजरात बना AI क्रांति का अग्रदूत, डिजिटल भविष्य की मजबूत नींव
जब लोग मर रहे थे तो इस तैयारी में लगे थे लूथरा ब्रदर्स, शर्मनाक है सच