अनोखी पहल: काम ढूंढ़ने आ रहे प्रवासी मजदूरों को काम मिलने तक कराते हैं मुफ्त भोजन

सीएसएस फाउंडर के इमरान खान ने बताया कि सीमित संसाधन में हम लोग काम कर रहे हैं। साल में करीब 80 हजार ऐसे जरुरतमंदों को खाना उपलब्ध करा रहे हैं। यही नहीं संस्था से जुड़े वालंटियर्स सड़कों पर घूमने वाले, कूड़ा बीनने वाले बच्चों के लिए भी भोजन उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। 

Dheerendra Gopal | Published : Jul 12, 2022 6:49 PM IST

नई दिल्ली। कोरोना काल के बाद तमाम लोगों की नौकरियां चली गई है। प्रवासी मजदूरों के लिए पेट भरने का भी संकट दूसरे जगहों पर तमाम बार हो जा रहा है। ऐसे जरुरतमंदों के लिए सीएसएस फाउंडर अभी भी मदद के लिए हाथ बढ़ाए हुए है। दिल्ली महानगर सहित कई अन्य शहरों में अपने वालंटियर्स के माध्यम से उन लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं जो काम की तलाश में अपना शहर, गांव छोड़कर आते हैं। 

स्ट्रीट ब्वायस के लिए भी कर रहे काम

सीएसएस फाउंडर के इमरान खान ने बताया कि सीमित संसाधन में हम लोग काम कर रहे हैं। साल में करीब 80 हजार ऐसे जरुरतमंदों को खाना उपलब्ध करा रहे हैं। यही नहीं संस्था से जुड़े वालंटियर्स सड़कों पर घूमने वाले, कूड़ा बीनने वाले बच्चों के लिए भी भोजन उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। इन बच्चों को स्कूलों में पहुंचाया जा रहा है। 

फाउंडेशन के इमरान बताते हैं कि कोविड लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए हम सबने आगे आकर काम करने की सोची। अब भी प्रवासी मजदूर जो शहरों में काम करने के लिए आते हैं उनको आवश्यक मदद के लिए भोजन कराया जा रहा है।

दिल्ली के इंडस्ट्रियल एरिया, नोएडा में कर रहे सेवा

फाउंडेशन के लोगों का कहना है कि मुफ्त भोजन कोई भी कर सकता है। ऐसे जरूरतमंदाें के लिए दिल्ली (Delhi) के इंडस्ट्रियल एरिया, नोएडा (Noida) सहित अन्य इलाकों में फ्री फूड फॉर नीडी पीपुल अभियान (Free food for needy People) के अंतर्गत भोजन कराया जा रहा है।

यह भी पढ़ें:

Spicejet: 24 दिनों में 9वीं बार आई खराबी, दुबई-मदुरै उड़ान में देरी

President Election 2022: शिवसेना ने किया द्रौपदी मुर्म के समर्थन का ऐलान, आदिवासी वोट बैंक बिखरने का डर

CBI कोर्ट ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को क्यों नहीं दी डिफॉल्ट जमानत, क्या कहता है कानून

Share this article
click me!