सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में हिंसा फैलाने की साजिश रच रही है। आईएसआई ने ड्रोन के जरिए टिफिन बम भी भेजे हैं।
चंडीगढ़। पहले अमृतसर के गोल्डन टेम्पल (Golden Temple) में बेअदबी फिर कपूरथला की घटना ने केंद्रीय एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पंजाब में अगले साल विधानसभा के चुनाव (Punjab Assembly Election) होने हैं। इससे पहले राज्य में धार्मिक भावनाओं को भड़काने की साजिश हो सकती है। इसे देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों ने पंजाब के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा है कि पंजाब में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। तमाम गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों को जमीनी स्तर पर सलाह दी गई है कि गुरुद्वारा साहिब में हर वक्त एक पाठी सिंह या सेवादार तैनात रहे। इसके साथ ही सभी गुरुद्वारा में पुलिस के दो जवानों को भी तैनात किया जाएगा। पुलिस लगातार चौकसी बरत रही है। अमृतसर और कपुरथला की घटना की जांच चल रही है।
मंदिरों और गुरुद्वारों में लगेंगे सीसीटीवी
पंजाब के बड़े गुरुद्वारों और मंदिरों में पहले से सुरक्षा के इंतजाम है। लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जिन मंदिरों और गुरुद्वारों में सीसीटीवी नहीं लगे हैं उनके बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए कहा गया है। वह गांव स्तर पर सरपंचों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के प्रति आगाह किया जा रहा है। इसके साथ ही सरपंचों से कहा गया है कि अगर कोई शरारती तत्व धार्मिक स्थलों के आसपास दिखाई देता है तो पुलिस को सूचना दें।
आतंकवादियों के निशाने पर हैं धार्मिक डेरे
पंजाब के कई धार्मिक डेरे आतंकवादियों के निशाने पर हैं। सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि शरारती तत्व पंजाब के धार्मिक डेरों पर वारदात कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में हिंसा फैलाने की साजिश रच रही है। आईएसआई ने ड्रोन के जरिए टिफिन बम भी भेजे हैं। पंजाब में खुफिया एजेंसियों की टीमों ने अपना जाल बिछा लिया है। पंजाब की इंटेलिजेंस और काउंटर इंटेलिजेंस की टीमों को मैदान में उतारा गया है।
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