पंजाब कांग्रेस में नई दरार, रंधावा बोले- जबसे मैं गृह मंत्री बना तब से सिद्धू मुझसे नाराज हैं

रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सिद्धू को कुछ समस्या है। मेरे उनके परिवार के साथ पुराने संबंध हैं, लेकिन जब से मैं पंजाब का गृह मंत्री बना हूं, वह मुझसे नाराज हैं। अगर उन्हें गृह मंत्रालय चाहिए, तो मैं कहता हूं कि मैं यह पद छोड़ता हूं। यह पद उन्हें दे दो। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 3, 2022 9:56 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में सिद्धू (Navjot Singh sidhu) और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच विवाद कुछ थमा ही था कि पार्टी में एक और नई दरार सामने आई है। राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोमवार को कहा कि जब से मैं पंजाब का गृह मंत्री (Home Minister) बना हूं, तब से पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू मुझसे नाराज हैं। रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सिद्धू को कुछ समस्या है। मेरे उनके परिवार के साथ पुराने संबंध हैं, लेकिन जब से मैं पंजाब का गृह मंत्री बना हूं, वह मुझसे नाराज हैं। अगर उन्हें गृह मंत्रालय चाहिए, तो मैं कहता हूं कि मैं यह पद छोड़ता हूं। यह पद उन्हें दे दो। 

मजीठिया पंजाब में नहीं, दिखते ही पकड़ा जाएगा
आम आदमी पार्टी (आप) के इस आरोप पर कि चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया को ड्रग मामले में गिरफ्तार नहीं कर रही है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि तस्वीरें और वीडियो जिनमें वह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में पूजा-अर्चना करता दिख रहा है, वह फर्जी हैं। जैसे ही वह पंजाब में कहीं भी दिखाई देगा, उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि मेरी जानकारी के अनुसार, बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब में नहीं है। ये फर्जी वीडियो और तस्वीरें हैं। अगर विक्रम सिंह मजीठिया पंजाब में कहीं भी देखा जाता है, तो हम उसे तुरंत गिरफ्तार कर लेंगे। हमारी टीम उसे खोज रही है। रंधावा ने कहा कि वह देश में ही छिपा है, क्योंकि उसके पास किसी सरकार से किसी तरह की सुरक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास सूचना है, यह कहना गलत है। 

मजीठिया पर सिद्धू को कड़ी हिदायत 
इससे पहले उन्होंने 
सिद्धू को कड़ी हिदायत दी थी। उन्होंने बिक्रम मजीठिया पर चल रही बयानबाजी पर कहा कि सिद्धू को अपनी जुबान बंद रखनी चाहिए, क्योंकि मामला कोर्ट में है। सिद्धू को यह संदेश नहीं देना चाहिए कि कोई राजनीतिक बदलाखोरी हो रही है। सिद्धू अगर कह रहे हैं कि उनके कहने पर कार्रवाई हो रही है तो ठीक है, लेकिन ऐसे बोलना नहीं चाहिए। 

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