ड्रग्स केस में फंसे बिक्रम मजीठिया की तलाश में पंजाब पुलिस, गिरफ्तारी को लेकर अमृतसर में छापेमारी

पुलिस की छापेमार टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर कैलाश ने किया। उन्होंने घर की तलाशी ली। यहां बिक्रम मजीठिया के नहीं मिलने के कारण पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। करीब एक घंटे तक पुलिस मजीठिया के आवास पर रुकी रही।

Asianet News Hindi | Published : Jan 25, 2022 6:39 AM IST / Updated: Jan 25 2022, 12:37 PM IST

अमृतसर। ड्रग्स केस में फंसे अकाली दल के सीनियर नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। पंजाब पुलिस ने मंगलवार से बिक्रम की तलाश में छापेमारी तेज कर दी। सुबह मोहाली पुलिस की टीमें बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर निवास ग्रीन एवेन्यू स्थित हवेली पर पहुंचीं और छापे मार कार्रवाई की। हालांकि, यहां बिक्रम नहीं मिले। पुलिस ने परिजन से कहा है कि अगर कोई सूचना मिलती है तो तुरंत जानकारी दी जाए।

पुलिस की छापेमार टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर कैलाश ने किया। उन्होंने घर की तलाशी ली। यहां बिक्रम नहीं मिलने के कारण पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। करीब एक घंटे तक पुलिस उनके आवास पर रुकी रही। बता दें कि ड्रग्स केस में सोमवार को पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई की। उसके बाद मजीठिया की अर्जी खारिज कर दी। बिक्रम शिरोमणि अकाली दल के महासचिव हैं और कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। हाल ही में उन पर ड्रग्स तस्करी का केस दर्ज कराया गया था, जिसके बाद से वह फरार थे।

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बिक्रम पर 20 दिसंबर को ड्रग्स का केस दर्ज हुआ था
बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के खिलाफ 20 दिसंबर को मोहाली में एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। मजीठिया ने इससे पहले मोहाली ट्रायल कोर्ट से जमानत मांगी थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। निचली अदालत से जमानत खारिज होने के बाद मजीठिया ने हाइकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था। हाइकोर्ट ने 10 जनवरी को उन्हें अंतरिम जमानत दी थी और जांच में शामिल होने का आदेश दिया था। मंगलवार को फिर सुनवाई हुई और कोर्ट ने जमानत खारिज कर दी। 

सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं मजीठिया
बिक्रम ने अमृतसर सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि अभी उन्होंने इस सीट से पर्चा नहीं भरा है। ना ही उनके नाम की घोषणा इस सीट से हुई है। विधानसभा चुनाव के बीच मजीठिया के खिलाफ आए कोर्ट के इस फैसले से अकाली दल को खासा झटका लगा है। जानकारों का कहना है कि मजीठिया इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं।

चन्नी बोले- जैसी करनी, वैसी भरनी
बिक्रम की जमानत याचिका खारिज होने पर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि नशे ने पंजाब को बर्बाद कर दिया है। युवा बर्बाद हो गए हैं। पंजाब की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। मजीठिया की जमानत रद्द करने के हाइकोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि मजीठिया के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने जो भी किया, इसकी सजा तो उन्हें भुगतनी ही होगी। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि सीएम चन्नी ने हिम्मत दिखाते हुए मजीठिया के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। हालांकि चुनाव नजदीक आते ही उन्हें भाजपा की मदद से जमानत दे दी गई, लेकिन हाइकोर्ट ने आज फिर से जमानत रद्द कर दी। लांबा ने कहा कि हमने कहा था कि जमानत होगी तो जेल होगी और कांग्रेस इसे सुनिश्चित करेगी।

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ड्रग्स केस में अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज, कभी भी हो सकती गिरफ्तारी

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