पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने चुनाव आयोग से अपील की है कि पंजाब में चुनाव 6 दिन आगे बढ़ा दिया जाए। इसके लिए उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने चुनाव आयोग (Election Commission of India) से अपील की है कि पंजाब में चुनाव (Punjab Election 2022) 6 दिन आगे बढ़ा दिया जाए। इसके लिए उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। उन्होंने चुनाव की तारीख बढ़ाने की मांग की वजह रविदास जयंती बताया है।
उनका कहना है कि इस अवसर पर पंजाब के 20 लाख दलित उत्तर प्रदेश की यात्रा करेंगे। ऐसे में वह वोट डालने से वंचित रह जाएंगे। पत्र में सीएम चन्नी ने लिखा है कि पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होने वाला है। राज्य की कुल आबादी में 32 फीसदी हिस्सा दलित समाज का है। 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती है। इसके चलते पंजाब के करीब 20 लाख दलित श्रद्धालु 10-16 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के बनारस की यात्रा करने वाले हैं।
ऐसी स्थिति में इस समाज के बहुत से लोग चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे। इसलिए निवेदन है कि मतदान की तारीख को आगे बढ़ा दिया जाए, जिससे श्रद्धालु 10 से 16 फरवरी तक बनारस की यात्रा कर पाएं और उसके बाद चुनाव में वोट भी डाल सकें। ऐसी स्थिति में पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 की तारीख कम से कम 6 दिन के लिए आगे बढ़ा देना सही होगा। इससे 20 लाख लोग चुनाव में हिस्सा ले सकेंगे।
पंजाब में चुनाव कार्यक्रम
पंजाब में 117 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। 14 फरवरी को मतदान होना है। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। नोटिफिकेशन 21 जनवरी को जारी होगा। उम्मीदवार 28 जनवरी तक नामांकन कर सकेंगे। 29 जनवरी तक नामांकन पत्रों की जांच होगी। नाम वापस लेने की अंतिम तरीख 31 जनवरी है।
बनारस में हुआ था संत रविदास का जन्म
बता दें कि संत रविदास का जन्म उत्तर प्रदेश के बनारस के गोबर्धनपुर गांव में हुआ था। बनारस में संत रविदास का भव्य मंदिर और मठ है। संत रविदास ने अपने दोहों व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया था। वह ऐसे समाज की कल्पना करते थे जहां किसी भी प्रकार का लोभ, लालच, दुख, दरिद्रता और भेदभाव नहीं हो।
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