बिक्रम सिंह मजीठिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर 31 जनवरी तक लगाई रोक

Published : Jan 27, 2022, 12:06 PM ISTUpdated : Jan 27, 2022, 07:08 PM IST
बिक्रम सिंह मजीठिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर 31 जनवरी तक लगाई रोक

सार

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका करते समय सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए उनको गिरफ्तारी से तीन दिन की छूट दी थी। 

चंडीगढ़ : ड्रग्स केस में फंसे अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) को बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 31 जनवरी तक मजीठिया की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा बिक्रम मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से सोमवार तक कोई कठोर कदम नहीं उठाने को कहा। अब सुप्रीम कोर्ट सोमवार को मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करेगा।

हाईकोर्ट से मिली थी तीन दिन की राहत
पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की जमानत याचिका करते समय सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए उनको गिरफ्तारी से तीन दिन की छूट दी थी। हाईकोर्ट ने मजीठिया की जमानत संबंधी याचिका पर मंगलवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि मजीठिया ने जमानत याचिका खारिज होने की स्थिति में सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए 7 दिन की अनुमति मांगी थी। उन्होंने आग्रह किया था कि पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) का ऐलान किया जा चुका है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए उन्हें 7 दिन तक गिरफ्तारी से छूट दी जाए।
 
सुप्रीम कोर्ट से राहत

बता दें कि मजीठिया की 7 दिन की मोहलत की मांग को ठुकराते हुए हाईकोर्ट ने उन्हें केवल 3 दिन की मोहलत दी और पंजाब पुलिस को आदेश दिया कि तब तक उन्हें गिरफ्तार न किया जाए। अपने विस्तृत आदेश में हाईकोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार बनाम मोहम्मद नवाज खान और स्टेट ऑफ केरल बनाम राजेश और अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट स्पष्ट कर चुका है कि NDPS की धारा 37 की स्थिति में जमानत नहीं दी जा सकती है। 

कौन हैं मजीठिया
बिक्रम मजीठिया एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं और पार्टी के तेजतर्रार नेताओं में गिने जाते हैं। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साले हैं और मोदी सरकार में मंत्री रहीं हरसिमरत कौर के भाई हैं। इस बार शिअद बसपा के साथ मिलकर लड़ रही है। इस बार शिअद 97 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बता दें कि 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।

इसे भी पढ़ें-अकाली दल का ऐलान- नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे बिक्रम मजीठिया, अमृतसर पूर्व से उम्मीदवार बनाया

इसे भी पढ़ें-'PM की सुरक्षा से कंप्रोमाइज किया, गैंगस्टर से कहा-मोदी को सबक सिखा देंगे', पूर्व DGP पर मजीठिया का गंभीर आरोप

PREV

पंजाब की राजनीति, किसान मुद्दे, रोजगार, सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक-सामाजिक खबरें पढ़ें। चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना और ग्रामीण क्षेत्रों की विशेष रिपोर्ट्स के लिए Punjab News in Hindi सेक्शन देखें — ताज़ा और प्रामाणिक खबरें Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

CM का सपना क्या देखा पार्टी से ही संस्पेंड हो गईं नवजोत कौर, जानिए उनका वो बयान
नवजोत कौर सिद्धू को कांग्रेस ने किया सस्पेंड, पार्टीलाइन के खिलाफ जाने पर हुआ एक्शन