
अलवर.राजस्थान के अलवर जिले से राज्य मंत्रिमंडल में चार कैबिनेट मंत्री हैं। इसके बाद भी इस जिले में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां के अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि दिनदहाड़े लूट और डकैती की घटनाएं तो अब आम हो चुकी है। हाल ही में 2 सप्ताह के भीतर तीन बड़े मामले हो गए, लेकिन इसके बाद भी पुलिस किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। यहां तक कि संदिग्धों की पहचान भी नहीं हो सकी है।
CM से मांगी रिवाल्वर लेने की परमिशन
अलवर के एक व्यापार संघ के पदाधिकारी ने सीएम अशोक गहलोत से व्यापारियों की सुरक्षा के लिए रिवाल्वर का लाइसेंस देने की मांग की है। दरअसल 9 जुलाई को अलवर के एक दूध मिष्ठान भंडार पर कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। इसके बाद सभी व्यापारी घबराए हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि जिले में दिनदहाड़े बैंक लूट जाता है, कुछ देर के लिए बंद मकान से लाखों की चोरी हो जाती है। लेकिन फिर भी पुलिस किसी को पकड़ नहीं पाती है।
2 सप्ताह में हुई 3 बड़ी घटनाएं
अलवर जिले में 2 सप्ताह में तीन बड़ी घटनाएं हुई। जिनमें 4 जुलाई को बैंक में घुसकर डकैतों ने करोड़ों रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद थानागाजी इलाके में कुछ देर के लिए बंद एक व्यापारी के घर से करीब 25 लाख रुपए की चोरी हुई। इसके बाद 9 जुलाई को एक मिष्ठान भंडार के व्यापारी की दुकान पर फायरिंग कर पर्ची देकर 50 लाख की फिरौती मांगी गई। जिसमें गैंग का नाम भी लिखा था। घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है उनका कहना है कि प्रदेश के मंत्रिमंडल में अलवर से 3 कैबिनेट मंत्री डॉक्टर बी डी कल्ला, शकुंतला रावत और टीकाराम जूली शामिल हैं। लेकिन इस जिले में अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि कोई भी आदमी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। जब तीन तीन मंत्रियों के जिलों में ही ऐसी वारदात हो रही है, तो पूरे प्रदेश की पुलिस से क्या उम्मीद की जाए।
सभी घटनाओं में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
2 सप्ताह में अलवर जिले में हुई इन तीन बड़ी घटनाओं के बाद अलवर पुलिस लगातार पूरे लूट के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी हुई है। तीनों वारदातों में मिलाकर अब तक पुलिस करीब डेढ़ सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल चुकी है।
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