अशक गहलोत सरकार ने राजस्थान में चार साल पूरे कर रही है। इस मौक पर सरकार प्रदेश में पड़े पैमाने पर जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। जिससे दिल्ली में बैठे बीजेपी नेताओं में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस अवसर पर जनता को कई बड़ी सौगात देने की भी तैयारी की है।
जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगामी कुछ दिनों में अपनी सरकार के 4 साल सफलतापूर्वक पूरा कर लेंगे। अगले साल होने वाले चुनावों से पहले यह चौथा साल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार इस साल में बड़ा आयोजन करने की तैयारी कर रही है। प्रदेश की जनता को कई बड़ी सौगात देने की भी तैयारी की है। अफसर इसके लिए दिन रात काम कर रहे हैं और बजट मैनेज करने की कोशिश कर रहे हैं । बताया जा रहा है कि हर विधानसभा क्षेत्र में बड़े आयोजन होंगे और इसके लिए हारे और जीते हुए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसकी पूरी रूपरेखा मुख्यमंत्री के स्तर पर दिवाली के बाद तय होगी ।
राजस्थान के जश्न से दिल्ली में मची खलबली
सरकार के 4 साल पर होने वाले जश्न के बीच दिल्ली में खलबली मची हुई है। 4 साल के इस जन्मदिन को मनाने से पहले ही भारतीय जनता राजस्थान में ब्लैक डे मनाने की तैयारी कर ली है । ब्लैक डे यानी वे सरकार की विफलता गिनाएंगे जगह-जगह जाकर। अब दिल्ली से बड़ी प्लानिंग की जा रही है, बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नवंबर महीने में जयपुर आ रहे हैं । जयपुर में वे भारतीय जनता पार्टी के राज्य स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और इस बैठक में तय होगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के 4 साल पूरा होने पर इस जन्मदिन का बैंड कैसे बजाया जाए।
1 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांसवाड़ा के दौरे पर
उधर कांग्रेस अपनी सफलता है गिनाएगी और उधर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की विफलता बताएगी। इसे लेकर एक पूरी प्लानिंग की जा रही है और इसे प्लानिंग को पूरा करने के लिए जेपी नड्डा जयपुर आ रहे हैं । नड्डा के जयपुर आने से पहले 1 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांसवाड़ा जिले के मोहनगढ़ में आदिवासी सम्मेलन के लिए शामिल हो रहे हैं। इस सम्मेलन की तैयारियां भारतीय जनता पार्टी अपने स्तर पर कर रही है । स्थानीय प्रशासन भी इन तैयारियों में जुटा हुआ है ।
बीजेपी-कांग्रेस हुईं आमने-सामने
बात जेपी नड्डा की करें तो जेपी नड्डा अक्टूबर में कोटा आने वाले थे, लेकिन हिमाचल चुनाव कॉल होने के बाद वे हिमाचल में पार्टी को मजबूत करने के लिए जुट गए हैं। कोटा में होने वाला बड़ा सम्मेलन और समारोह भी स्थगित कर दिया गया है । अब वह नवंबर में जयपुर आ रहे हैं जयपुर आने के साथ ही में कोटा भी जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव अगले साल होने जा रहे हैं और इन विधानसभा चुनाव से पहले अब दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए तमाम तरह के कार्यक्रमों में जुट गई है।