उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई गैंगरेप की वारदात के बाद देशभर में लगातार दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। वहीं राजस्थान में बुधवार को बारां जिले में दो नाबालिग बहनों से लगातार तीन दिन तक दुष्कर्म किया गया। जिसपर इस समय काफी बवाल मचा हुआ है।
बारां (राजस्थान). उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई गैंगरेप की वारदात के बाद देशभर में लगातार दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। वहीं राजस्थान में बुधवार को बारां जिले में दो नाबालिग बहनों से लगातार तीन दिन तक दुष्कर्म किया गया। जिसपर इस समय काफी बवाल मचा हुआ है। लेकिन इन सब के बावजूद भी देश के तमाम राजनीतिक दल राजनीति करने में लगे हैं। जब बारां के मामले पर सवाल उठे तो राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों घटनाओं की तुलना करने पर बयान जारी किया। सफाई देते हुए ट्वीट किया कि बारां का मामला हाथरस से पूरी तरह से अलग है। हालांकि अब पुलिस इस घटना में नया मामला दर्ज कर पूछताछ करने जा रही है।
फेसबुक पर फोटो डालने पर भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
दरअसल, बारां में 18 सितंबर की रात दो नाबालिग बहनें अपने घर से गायब हो गई थीं। एक दिन बाद पिता ने 19 सिंतबर को अपने पड़ोस में रहने वाले दो युवकों के खिलाफ पुलिस में जाकर मामला दर्ज कराया। इसी दौरान आरोपी लड़कों ने उन लड़कियों के साथ अपने फोटो फेसबुक पर पोस्ट किए तो पीड़ित परिवार पुलिस को लेकर कोटा पहुंची और लड़कियों को घर लेकर आई।
3 दिन तक तीन शहरों में किया रेप
बता दें कि राजस्थान पुलिस की इस मामले में सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिकायत होने के बाद भी वह हाथ पर हाथ रखे बैठी रही और आरोपी नशीला पदार्थ भी खिलाकर 18 से 21 सितंबर तक दोनों बहनों से रेप करते रहे। इतना ही नहीं वह पीड़िताओं को कोटा, जयपुर और अजमेर तक ले गए। जहां दोनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। साथ ही उनको कहा गया कि अगर पुलिस को इस मामले में बताया तो वह जान से मार डालेंगे। पुलिस ने लड़कों के पकड़े जाने के बावजूद उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, लड़कियों को सखी केंद्र भेजा दिया।
पुलिस ने पकड़ने की जगह आरोपियों को छोड़ दिया
इतना ही नहीं पुलिस ने आरोपयों को पकड़ने की जगह छोड़ दिया। वहीं बयान जारी कर कहा- दोनों बालिकाओं के साथ दुष्कर्म नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि हमने मेडिकल जांच कराई जिसमें रेप की पुष्टि नहीं हुई है। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। वह हमारी बच्चियों को बहला-फुसला कर ले गए थे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर दी मामले पर सफाई
अब जब इस मामले को एक सप्ताह से ज्यादा का वक्त हो गया तो हाथरस के साथ इस पर भी राजनीति होने लगी। बीजेपी ने जब गहलोत सरकर पर आरोप लगाए तो सीएम सफाई देने के लिए आ गए। उन्होंने ट्वीट कर कहा- (1).''हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है' (2). इस मामले में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी।