भरतपुर में फेमस जज व उसके साथियों द्वारा रेप केस की जैसे जैसे तारीख पास आ रही है। उनकी घटिया हरकते भी नजर आ रही है अब पीड़ित नाबालिग और उसके घरवालों को धमकाने
नकाबपोश बदमाश घर पहुंचे। सीसीटीवी कैमरे में दिखे आरोपी।
भरतपुर ( bharatpur). बहुचर्चित एसीबी जज एवं अन्य दो द्वारा नाबालिग बच्चे से रेप मामले के पीड़ित नाबालिग और उसके परिजनों को अब धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को दो बाइक पर सवार होकर आए चार बदमाशों ने पीड़ित के घर में घुसकर उसे जान से मारने की धमकी दी। गुंडों ने यह धमकी पीड़ित को न्यायालय में बयान देने से रोकने के लिए दी गई है। उधर, पीड़ित बच्चे के 14 जून को कोर्ट में बयान होने हैं। पीड़ित की मां ने घटना के संबंध में मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया है।
ये है मामला
पीड़ित बच्चे की मां ने पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे चार बदमाश नकाब बांधे घर पहुंचे। पहले बदमाशों ने घर के एक दरवाजे की कुंडी तोड़ दी लेकिन दूसरे दरवाजे को नहीं तोड़ पाए। गुंडों ने उसके बाद बाहर से ही धमकी दी कि यदि 14 जून को बच्चा कोर्ट में बयान देने पहुंचा तो सभी को गोली मारकर जान से मार देंगे। ये पूरी घटना पीड़ित घर के सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है। पीड़ित की मां ने घटना के तुरंत बाद 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस घर पहुंची। बाद में पीड़िता ने देर रात मथुरा गेट थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।
सुनवाई में आरोपी के साथ गुंडे पहुंचते हैं
पीड़िता ने रिपोर्ट में लिखा है कि न्यायालय में सुनवाई के दौरान आरोपी जज जितेंद्र गुलिया, राहुल और अंशुल के साथ 10-12 गुंडे भी कोर्ट में आते हैं। आरोप है कि 3 जून की सुनवाई के दौरान कोर्ट के जज ने पीड़िता के छोटे बेटे को कोर्ट रूम से बाहर बैठने के लिए कहा। जब पीड़ित का छोटा भाई बाहर बैठा तो गुंडों ने उसे घेर लिया। बदमाशों ने छोटे बेटे को धमकी दी कि तेरे साथ देने वाले लोगों को ट्रक से एक्सीडेंट कर मार देंगे और बाद में तुझे भी मार देंगे।
ये हुआ था एक साल पहले
मामला अक्टूबर 2021 का है, जब आरोपी न्यायाधीश जितेंद्र गुलिया और उनके 2 क्लर्क अंशुल सोनी व राहुल कटारा ने एक नाबालिग बच्चे के साथ गैंगरेप किया था। बाद में घटना की जानकारी होने के साथ न्यूज पेपर में खबरें प्रकाशित होने पर बाल आयोग द्वारा मामले की जांच करने और कार्यवाही करने का दबाव बढ़ने के बाद आरोपी जज और लिपिकों को सस्पेंड कर जेल भेज दिया गया था। बाद में तीनों को जमानत मिल गई। साथ ही कोर्ट में सुनवाई भी चल रही है, फिलहाल तीनों जमानत पर हैं।
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