राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से बड़ी खबर निकलकर आई। जहां गेमिंग के चक्कर में राजस्थान में हो गया एक और कांड। गेम के चक्कर में कर्जा बढ़ा तो कलेक्शन के रुपए से चुकाने के लिए रची राबरी होने की कहानी। पुलिस जांच में सामने आया सच। शुक्रवार 22 जुलाई को किया अरेस्ट
भीलवाड़ा. ऑनलाइन गेमिंग के चलते कर्जा होने पर एक युवक ने ऐसी साजिश रची कि पुलिसवालों तक के हाथ-पैर फूल गए। बाद में जब पुलिस को माजरा समझ में आया तो पुलिस वालों ने ऑनलाइन गेमिंग खेलने वाले युवक को ही गिरफ्तार कर लिया । उसने 2 दिन पहले पुलिस को कैश लूटने की घटना के बारे में जानकारी दी थी। जब पूरा मामला खुलकर सामने आया तो पुलिस वालों ने उसके खिलाफ भी केस बना दिया । घटना भीलवाड़ा जिले के भीमगंज थाना क्षेत्र का है ।
यह है मामला
पुलिस ने बताया कि 19 जुलाई को मानवेंद्र सिंह नाम के एक युवक ने थाने में शिकायत दी कि वह थाना क्षेत्र में स्थित सरकारी अस्पताल के सामने से अपनी बाइक से गुजर रहा था, तो इस दौरान दूसरी बाइक पर सवार तीन लुटेरों ने उसे मारपीट की और उसका कैश कलेक्शन बैग छीन लिया। बैग में 82 हजार रुपए से ज्यादा की रकम थी। पुलिस को यह सूचना मिली तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। अस्पताल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे देखें और अन्य माध्यमों से भी जांच पड़ताल की लेकिन पुलिस को आरोपियों का सुराग नहीं लगा । इस बीच मानवेंद्र लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा और अपने बयान बदलता है तो पुलिस को उस पर शक हुआ। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया, उसे आज दोपहर में गिरफ्तार कर लिया गया है ।
गेमिंग का कर्जा चुकाने के लिए रची साजिश
भीमगंज थाना पुलिस ने बताया कि मानवेंद्र सिंह, रमेश ट्रेडिंग कंपनी में सेल्स मैनेजर है । वह केस कलेक्शन का काम भी करता है। उसने ही यह पैसा ऑनलाइन गेमिंग में हुए कर्ज को उतारने के लिए चुराया था। पुलिस ने उसके पास से काफी केश भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग की शौकीन मानवेंद्र पर हजारों रुपया कर्जा हो गया । इसी कर्ज से बचने के लिए उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने मानवेंद्र सिंह को फिलहाल शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है , लेकिन उसके खिलाफ एक और केस दर्ज कर लिया है। इसके इसके तहत उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।