पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में देर रात भूकंप से धरती हिल गई। वहां आए अर्थक्विक का बीकानेर में भी असर दिखा। इसकी तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 4.1 रही। गनीमत की बात ये रही कि इस घटना के बाद दोनो ही देशों में कोई नुकसान होने की खबर नहीं है।
बीकानेर. बीती रात के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसका असर राजस्थान के बीकानेर जिले में भी देखने को मिला। यहां खाजूवाला और पुंगल इलाके में लोगों को भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए हैं। इस भूकंप का केंद्र पाकिस्तान का बहावलपुर रहा। जिसकी रिएक्टर स्केल पर तीव्रता 4.1 रही। हालांकि राजस्थान और पाकिस्तान दोनों ही जगह इस भूकंप से कोई नुकसान होने की खबर नहीं है।
आधी रात के बाद आया भूकंप
भूकंप रात करीब 2:01 पर आया। इसका केंद्र जमीन से करीब 10 किलोमीटर गहराई में था। इसके साथ ही गंगानगर के रावला मंडी में भी इसका असर देखने को मिला। यहां भी लोगों को भूकंप के हल्के झटके महसूस में है। गंगानगर और बीकानेर के कई इलाकों में रात करीब 2:00 बजे बाद यह भूकंप आया। ऐसे में ज्यादातर लोग सो चुके थे। झटके हल्के होने के कारण उन्हें एहसास भी नहीं हुआ कि भूकंप आया है।
गौरतलब है कि राजस्थान में इससे पहले भी फरवरी में सीकर जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र सीकर का देवगढ़ इलाका था। जहां जमीन से करीब 12 किलोमीटर नीचे इसका केंद्र था। वही विशेषज्ञों की माने तो रिएक्टर स्केल पर 6 की तीव्रता से ज्यादा का भूकंप खतरनाक माना जाता है। इस भूकंप पर तबाही भी मच सकती है। वहीं कई बार ज्वालामुखी विस्फोट होने और माइंड टेस्टिंग के कारण भी भूकंप के झटके महसूस किए जा सकते हैं। धरती में दरारे तक भी पड़ जाती है।
इस कारण आता है भूकंप
दरअसल पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स होती है। जब यह प्लेट्स एक दूसरे से टकराती है तो वह जॉन फॉल्ट लाइन कहलाता है। प्लेटो के बार-बार टकराने पर उनके कोने भी मुड़ जाते हैं। इसके साथ ही जब यह प्लेट्स टूटने लगती है तो नीचे की उर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है। ऐसे में एक जोरदार डिस्टरबेंस क्रिएट होता है जिससे भूकंप आता है। भूकंप की तीव्रता जितनी ज्यादा होगी। उससे नुकसान भी उतना ही ज्यादा होगा।