राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव के बीच हो गया बड़ा बवाल, यूनिर्वसिटी के वीसी के खिलाफ मॉलेस्टेशन का केस दर्ज

राजस्थान में कोरोना के कारण दो साल बाद हुए छात्रसंघ चुनाव लगातार विवादों में रहा। अब इसमें एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के वीसी विनोद कुमार के खिलाफ मॉलेस्टेशन का केस दर्ज कराया गया है। पूछताछ के लिए पुलिस कभी भी बुला सकती है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 26, 2022 3:15 PM IST

बीकानेर. राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।  राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के वीसी विनोद कुमार सिंह के खिलाफ विश्वविद्यालय की एक प्राचार्य ने छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया है।  बीकानेर की नाल थाना पुलिस इस पूरे केस की जांच कर रही है । थाना पुलिस ने बताया कि 2 दिन पहले शिकायत दी गई थी और देर रात इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।  प्राचार्य ने आरोप लगाए हैं कि वीसी और उनके दो अन्य सहयोगी उन्हें सारा स्टाफ जाने के बाद रोकने की कोशिश करते हैं और अक्सर मीटिंग के नाम पर जबरन बुलाते हैं । प्राचार्य ने पुलिस को बताया कि विश्वविद्यालय में उनका यौन उत्पीड़न किया गया है । वीसी और दो अन्य लोगों के खिलाफ दी गई 5 पेज की f.i.r. में प्राचार्य ने तीनों के खिलाफ जमकर आरोप लगाए हैं। 

पुलिस ने बताया प्रारंभिक जांच में सही पाया गया केस
 नाल थाना पुलिस ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जब इसकी जांच पड़ताल की गई तो प्रारंभिक जांच में शिकायत सही पाई गई, उसके बाद एफ आई आर दर्ज कर ली गई। पुलिस ने आईपीसी सेक्शन 354 के अलावा अन्य धाराओं में यह केस दर्ज किया है। नाल थाना अधिकारी का कहना है कि जिन तीन लोगों के खिलाफ f.i.r. की गई है उन 3 लोगों को पूछताछ के लिए जल्द ही बुलाने की तैयारी की जा रही है। आरोप सही पाए गए हैं तो तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। नाल थाना पुलिस ने बताया है कि प्राचार्य ने एफ आई आर दर्ज कराने के अलावा कुछ अन्य सबूत भी सौपे हैं। इन्हीं सबूतों के आधार पर जांच पड़ताल आगे बढ़ाई जा रही है ।

उधर इस पूरे मामले में वीसी विनोद कुमार सिंह ने फिलहाल पुलिस के सामने अपना पक्ष नहीं रखा है। लेकिन वीसी के खिलाफ इस तरह का केस दर्ज होने के बाद से  बीकानेर से लेकर जयपुर तक हंगामा मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि वीसी के खिलाफ एक शिकायत कॉलेज निदेशालय को भी भेजी गई है।

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