मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 60 छात्राओं का नहाते हुए वीडियो वायरल होने के बाद मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। लेकिन 1992 में राजस्थान के अजमेर से इससे भी बड़े महाकांड का खुलासा हुआ था। जहां स्कूल-कॉलेज की 100 से ज्यादा लड़कियों का बारी-बारी से गैंगरेप किया था।
जयपुर. चंडीगढ़ युनिवर्सिटी में छात्राओं के नहाते वीडियो बनाने का मामला देशभर में गर्माया हुआ है। जिसमें नहाती हुई 60 लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाने की घटिया करतूत सामने आई है। इस कांड ने एक बार फिर राजस्थान के अजमेर जिले के उस महाकांड की याद दिला दी, जिसमें स्कूल व कॉलेज की 100 से ज्यादा जवान लड़कियों बड़े घरानों ने घिनौने तौर पर बारी- बारी से गैंग रेप किया था। एक अखबार में उन लड़कियों ब्लर तस्वीरें छपने के बाद तो देशभर में भूचाल सा आ गया था। आलम ये था कि पीडि़त लड़कियों की आत्महत्या का सिलसिला शुरू हो गया था। वहीं, अजमेर की लड़की के नाम पर ही उनके शादी संबंध होना बंद हो गए थे।
लड़कियों के अश्लील फोटो खींच बुलवाते थे उनकी सहेलियां
21 अप्रैल 1992 को सबसे पहले दैनिक नवज्योति अखबार ने इस कांड का खुलासा किया। जिसका दूसरा हिस्सा 15 मई को लड़कियों की ब्लर तस्वीरों के साथ छापा गया था। जिसमें बताया कि शहर के रसूखदार स्कूल व कॉलेज की जवान युवतियों को फंसाकर उनका यौन शोषण करते हैं। उनकी अश्लील फोटो व वीडियो उनसे अपनी सहेलियों का साथ में लाने का दबाव बनाते। इस तरह से एक- एक कर वे 100 से ज्यादा लड़कियों को वहशीपन का शिकार बना चुके थे।
फोटो लैब वाले ने भी उठाया फायदा
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी लड़कियों की फोटो जिस लैब में धुलवाते उसके कर्मचारी ने भी उन लड़कियों को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। उसने भी कई लड़कियों के साथ बलात्कार किया था।
बढ़ी आत्महत्यायें, शादियों पर लग गई रोक
घटना के खुलासे के बाद समाज में बेइज्जती के डर से दुष्कर्म का शिकार हुई लड़कियों ने आत्महत्या करना शुरू कर दिया था। कई लड़कियों ने ये कदम उठा लिया। घटना के बाद अजमेर शहर की लड़कियों के विवाह संबंधो पर भी अघोषित रोक लग गई। लोग हर लड़की को संदेह की नजर से देखने लगे।
कांग्रेस के नेता व चिश्ती परिवार सहित 18 नामजद आरोपी
अजमेर कांड के आरोपियों में शहर के सबसे रईस और ताकतवर एक चिश्ती परिवार का नाम सामने आया। जिसका संबंध अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह से भी था। खादिम परिवार से जुड़े ये आरोपी फारूक चिश्ती और नफीस चिश्ती थे। जो उस समय यूथ कांग्रेस के नेता भी थे। मामले में 17 लड़कियों की गवाही के बाद कुल 18 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था। जिनमें से आठ को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। बड़े नामों की वजह से ही लंबे समय तक ये मामला दबा रहा।
पंजाब: 60 छात्राओं का नहाते हुए Video: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हंगामा, सुनिए क्या बोली आरोपी छात्रा?