राजस्थान के चुरू जिले में हर साल लगने वाले गोगाजी मेले में मंगलवार की दोपहर अचानक आग लगने की घटना हुई। दुकानों में जल्दी जलने वाला सामान होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। वहां ड्यूटी दे रहे कांस्टेबलों की सूझबूझ और साहस से बची लोगों की जान।
चूरू. थाना दूधवाखारा क्षेत्र के गांव झारिया में प्रतिवर्ष भरने वाले गोगाजी महाराज के दो दिवसीय मेले में दोपहर करीब 12.30 बजे भरे मेले मे सलेंडर भभकने से दुकानों में आग लग गई। मौके पर मौजूद थाना अधिकारी सुरेश कुमार मय जाप्ता ने साहस का परिचय देते हुए आग पर काबू पाया, जिससे बड़ी जन धन हानि को रोका जा सका।
पुलिस ने लिया तुरंत एक्शन
मौके पर मौजूद पुलिस बल द्वारा भीड़ को अलग किया। मेले के दौरान लगी दुकानें ,नायलॉन के टेंट के पर्दे व प्लास्टिक के तिरपालों से बनी होने के कारण आग ने चन्द सैंकेडों में ही भंयकर रूप धारण कर लिया। दुकान व दुकानों में रखा सामान धू धू कर जलने लगा व आग तेज होने के कारण महिला दुकानदार व उनके नन्हे बच्चे भी आग में घिर गये थे।
शीघ्र जलने वाले सामानों को किया अलग
चूरू एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि मेले में मौजूद पुलिस जाब्ता द्वारा दुकानों के सामान को हटाना शुरू किया। कॉन्स्टेबल प्रदीप कुमार व नरेश कुमार साहस का परिचय देते हुये भभकती आग के बीच पहुंचे। प्रदीप ने तुरन्त जलते हुये सलेंडर को भीड से अलग ले जाकर बन्द किया व नरेष कुमार ने जलती दुकानों की कतार में से बलिंया उखाड कर व धूप के बचाव हेतु लगाये गये नायलॉन के टेंट के पर्दे व प्लास्टिक के तिरपालों को अलग किया, जिससे आग को आगे बढ़ने से रोका जा सका तथा धधकती आग में से महिला दुकानदारों व उनके नन्हे बच्चों को बचाकर सुरक्षित बाहर निकाला। जिससे कोई जनहानि नही हुई।
पुलिस कांस्टेबल हुए जख्मी
आग बुझाने के दौरान दोनो कांस्टेबल भी कुछ झुलस गये, जिनका तुरन्त प्राथमिक उपचार करवाया गया। घटना के बारे में सूचना मिलते ही तुरन्त सीओ राजेन्द्र बुरडक मय जाप्ता व अग्निशमन वाहन समेत पहुंचे। उससे पहले ही दोनो कानिस्टेबलो की सुझबुझ से आग पर काबू पा लिया गया। दोनों पुलिसकर्मियों के बारे में जयपुर पुलिस मुख्यालय में जानकारी भेजी गई है।
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