राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का 10वां दिन है। यात्रा आज दौसा में एंट्री कर चुकी है। पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। वहीं इसी बीच सचिन पायलट ने बड़ा बयान देते हुए बताया कि राहुल गांधी ने यह भारत जोड़ यात्रा किस उद्देशय के लिए शुरू की है। साथ ही कहा इसका वोट की राजनीति से कोई मतलब नहीं है।
सवाई माधोपुर (राजस्थान). भारत जोड़ो यात्रा दौसा मैं एंट्री कर चुकी है। दौसा शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है । जहां जहां से राहुल गांधी का रूट है वहां पर सब कुछ नया कर दिया गया है। दौसा में एंट्री से पहले आज सचिन पायलट ने राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा के लिए बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ जुड़ने के लिए अब होड़ मचने लगी है । कांग्रेस विचारधारा ही नहीं अन्य विचारधारा के लोग भी इस यात्रा से जुड़ रहे हैं और कदमताल कर रहे हैं।
वोटों की राजनीति का किया जिक्र...
पायलट ने कहा कि राहुल गांधी 100 दिन से लगातार चल रहे हैं । यह एक नया इतिहास कायम करने जैसा है । विरोधी खेमे यानी भारतीय जनता पार्टी में चिंता और तकलीफ बढ़ती जा रही है। वह लोग खासे चिंतित हैं कि आखिर राजस्थान में यह हो क्या रहा है ।सचिन पायलट ने राहुल गांधी के लिए कहा कि इतनी बड़ी यात्रा चल रही है और लोग सोच रहे हैं कि वह वोट मांगने के लिए ऐसा कर रहे हैं, जबकि उन्होंने एक बार भी वोट का जिक्र नहीं किया। वह वोट मांगने के लिए नहीं भारत को जोड़ने के लिए चल रहे हैं । उन्होंने कई शहर नाप लिए हैं और कई शहर नापने अभी बाकी है ।
राहुल गांधी के मन में चल रही बड़ी प्लानिंग
इस यात्रा के बहुत सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस यात्रा में किसी भी तरह की नेगेटिव ऊर्जा या नेगेटिव उर्जा फैलाने वाले लोगों के एंट्री बैन है । राहुल गांधी ने अपनी राजस्थान की यात्रा के दौरान बच्चों से लेकर बुजुर्ग, दिव्यांग, महिला ,पुरुष सब की बात सुनी है और सब के लिए कुछ ना कुछ उनके मन में प्लानिंग चल रही है।
3 दिन बाद राजस्थान में बड़ा ऐलान कर सकते हैं राहुल गांधी
वहीं कांग्रेस के नेताओं चाहे वह विधायक हों, पूर्व विधायक हों , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी हो ,लोकल नेता हो सभी से सीधा संवाद कर रहे हैं । ताकि राजस्थान की हालत पूरी तरह से उनके सामने खुलकर आ सके । उल्लेखनीय है कि दोसा शहर में एंट्री करने के बाद राजस्थान में बड़े आयोजन की तैयारी की जा रही है । क्योंकि 16 तारीख को सरकार के 4 साल भी पूरे हो रहे हैं। इसलिए 17 दिसंबर को राजस्थान में राहुल गांधी के द्वारा कुछ बड़ा किया जा सकता है।