कोरोना वायरस का इतना खौफ कि जिस हॉस्पिटल मे संदिग्धों को कराया भर्ती, वहां से दूसरे मरीज भागे

 कोरोना का  खौफ आम लोगों में इस हद तक व्याप्त है कि जयपुर की जिस अस्पताल में इससे पीड़ित संदिग्धों को भर्ती कराया गया। तो वहां एडमिट दूसरे मरीजों को जैसे ही इन लोगों के बारे में पता चला तो वह सभी हॉस्पिटल से छुट्टी लेकर घर चले गए।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 5, 2020 5:51 AM IST / Updated: Mar 05 2020, 11:23 AM IST

जयपुर. चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है। जिसके चलते देश में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। कोरोना का  खौफ आम लोगों में इस हद तक व्याप्त है कि जयपुर की जिस अस्पताल में इससे पीड़ित संदिग्धों को भर्ती कराया गया। तो वहां एडमिट दूसरे मरीजों को जैसे ही इन लोगों के बारे में पता चला तो वह सभी हॉस्पिटल से छुट्टी लेकर घर चले गए।

ICU में भर्ती मरीजों ने भी करा ली अपनी छुट्टी
बता दें कि मंगलवार रात इटली से आए विदेश पर्यटक  एंड्री कार्ली और उनकी पत्नी की जांच में कोरोनावायरस पॉजिटिव होने के बाद एमएमएस अस्पताल से प्रताप नगर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी एंड हेल्थ साइंसेज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। जैसे ही इस 10 मंजिला इस अस्पताल में पहले से कई बीमारियों से पीड़ित आईसीयू में पुरुषों,महिलाओं और बच्चों तक की उनके परजिनों ने छुट्टी करा ली। 

विदेशी टूरिस्टों में कोरोना वायरस की हुई थी पुष्टि
 इटली से राजस्थान घूमने आए 26 टूरिस्ट ग्रुप में 16 लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। वह जहां-जहां भी राजस्थान घूमे या फिर जिन होटलों में रुके उन कमरों को राज्य सरकार ने फिलहाल के लिए सील कर दिया है। जानकारी के मुताबिक यह दल 21 से 28 फरवरी तक घूमा है।

नर्स और वॉर्ड बॉय भी संक्रमितों के कमरे से दूर बैठे
आलम यह है कि इन संदिग्ध मरीजों को अस्पताल जिन फीमेल नर्स या मेल नर्स की ड्यूटी लगाई गई है वह भी इनसे काफी दूर बैठे हैं। वह अपने चेहरे पर मास्क और इससे निपटने के लिए  किट साथ लेकर बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं वह कर्मचारी जब अस्पताल से बाहर निकलते हैं तो उनसे हर कोई दूरी बनाकर चलता है।

विदेश में 17 भारतीय कोरोना से पीड़ित
बुधवार को संसद में एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि कोरोना वायरस से 16 लोग जापान की क्रूज शिप में पीड़ित हैं। वहीं, एक अन्य संक्रमित भारतीय दुबई में है। सरकार अभी तक 723 भारतीयों को चीन से ला चुकी है। इसी तरह जापान के क्रूज जहाजों से 119 भारतीयों को स्वदेश वापस लाया जा चुका है।

बनाएंगे 19 नए लैब, 5.89 लाख यात्रियों की हुई स्क्रीनिंग
केंद्रीय स्वास्थ मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में अभी 15 लैब में कोरोना वायरस का टेस्ट किया जा रहा। जबकि सरकार अब 19 नई लैब शुरू करने जा रही हैं। देश में अभी संक्रमण की जो स्थिति है, उसके मुकाबले पर्याप्त संख्या में लैब हैं। अगर संक्रमण का खतरा बढ़ता है तो लैब बनाई जाएंगी। अब तक एयरपोर्ट्स पर 5.89 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। 15 हजार लोगों की बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग हुई है। भारत-नेपाल सीमा पर 10 लाख लोगों की जांच की गई है। 27 हजार लोगों की कम्युनिटी स्क्रीनिंग पर रखा गया है। 

कोरोना से दुनिया भी त्रस्त 
चीन के वुहान शहर पांव पसारे कोरोना वायरस ने दुनियाभर के 70 देशों में अपना पांव पसार लिया है। जिसके चपेटे में 90 हजार से ज्यादा मरीज आ चुके हैं। वहीं, महामारी की तरह फैल रहे इस वायरस ने 3 हजार से अधिक लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया है। 

क्या है कोरोना के लक्षण?
बुख़ार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, ये सभी या इनमें से कोई लक्षण हो सकता है। गंभीर मामलों निमोनिया और सांस लेने में बहुत ज्यादा मुश्किल हो सकती है। कुछ दुर्लभ मामलों में इसका संक्रमण जानलेवा भी हो सकता है।इसके लक्षण सामान्य सर्दी ज़ुकाम जैसे होते हैं। इसीलिए टेस्ट करना ज़रूरी होता है ताकि पुष्टि हो सके कि संक्रमण कोरोना वायरस यानी कोविड-19 का ही है।

क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई वैक्सीन नहीं बना है।
 

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