कोविड-19 को लेकर राजस्थान में एक हाई लेवल मीटिंग हुई है । जयपुर में हेल्थ सेक्रेट्री डॉ पृथ्वीराज ने अधिकारियों की बैठक की और इस बैठक के बाद प्रदेश के सभी जिलों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
जयपुर(Rajasthan). कोविड-19 को लेकर राजस्थान में एक हाई लेवल मीटिंग हुई है । जयपुर में हेल्थ सेक्रेट्री डॉ पृथ्वीराज ने अधिकारियों की बैठक की और इस बैठक के बाद प्रदेश के सभी जिलों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। डॉक्टर पृथ्वीराज का कहना है कि अभी इतने पैनिक की जरूरत नहीं है, लेकिन यह सही है कि सुरक्षा और सावधानी बरतना आवश्यक है । जयपुर में हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिस में हुई इस बैठक के बाद सेक्रेटरी डॉ पृथ्वी ने कहा कि अस्पतालों में जो संसाधन मौजूद हैं उन्हें एकदम दुरुस्त कर लिया जाए ताकि ज्यादा जरूरत पड़े तो समय पर सब चीजें मौजूद हों।
कोविड 19 को लेकर देश के सभी राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सतर्क कर दिया गया है। इसी को लेकर राजधानी जयपुर में एक हाई लेवल बैठक की गई। बैठक में नॉर्थ इंडिया के सबसे बड़े हॉस्पिटल एसएमएस के अधीक्षक डॉक्टर अचल शर्मा भी मौजूद थे। हेल्थ सेक्रेट्री डॉ पृथ्वीराज ने कहा कि अभी प्रदेश में हर रोज सिर्फ 10 से 12 केस आ रहे हैं । उसमें पॉजिटिव रेट बहुत कम है। अभी हेल्थ डिपार्टमेंट हर रोज 5000 सैंपल ले रहा है ।
इम्यूनिटी स्टेटस जानने के लिए सर्वे कराने की तैयारी
हेल्थ सेक्रेट्री डॉ पृथ्वीराज ने बताया कि राजस्थान के जयपुर और जोधपुर दो ऐसे शहर हैं जहां पर जिनोम सीक्वेंसिंग भी हो रही है । यह भी बहुत हद तक देखने में आया है कि कोरोना की डबल डोज लेने के अलावा बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने करोना कि बूस्टर डोज भी ले ली है। डॉक्टर पृथ्वी ने कहा कि अब चिकित्सा विभाग लोगों का इम्यूनिटी स्टेटस जानने के लिए सर्वे कराने की तैयारी भी कर रहा है ,ताकि पता लग जाए कि किन लोगों ने सभी डोज ली है और किन लोगों की कुछ डोज बाकी है ।
राजस्थान में 500 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट
हेल्थ सेक्रेट्री डॉ पृथ्वीराज ने कहा कि राजस्थान में 500 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट है, इनमें से बहुत सारे ऑपरेशनल हैं ऐसे में अगर तीसरी लहर की जैसी स्थिति आती है तो भी परेशानी नहीं है । उनका यह भी कहना है कि राजस्थान के मेडिकल सिस्टम से जुड़े हुए सभी कर्मचारी प्रिकॉशन डोज लगवाएं ताकि डिपार्टमेंट सुरक्षित रहे, खासतौर से वे लोग जो हर रोज बड़ी संख्या में जनता के संपर्क में आते हैं । उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के चिकित्सा मंत्रियों को अपने अपने राज्य में कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए निर्देशित किया था। राजस्थान में वर्तमान में 100 से भी कम एक्टिव केस हैं इनमें से भी लगभग सभी लोग अब खतरे से बाहर हैं।