नवरात्रि के साथ-साथ पूरे देश में रावण भी बनने लग हैं, क्योंकि दशहर पर लोग रावण को जलाते हैं। लेकिन राजस्थान के कई शहरों में दस सिर वाला रावण स्पेशल केक मिल रहा है। जिसे लोग जलाएंगे नहीं खाएंगे। कीमत है 2 से लेकर 7 हजार तक...
जयपुर. कोरोना काल के बाद इस बार दशहरा राजस्थान समेत देशभर में धूमधाम से मनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। राजस्थान में जयपुर, उदयपुर , जोधपुर समेत पांच जिलों में रावण के 20 फीट से लेकर 70 फीट तक के पुतले जलाए जाएंगे । इनके साथ ही मेघनाथ और कुंभकरण को भी आग लगाई जाएगी । अब तक आपने रावण को जलाने के बारे में ही खबरें पढ़ी और सुनी होगी , लेकिन अब पहली बार राजस्थान में नया ट्रेंड शुरू हो रहा है और वह है रावण को जलाने के साथ ही रावण को खाने का। यह कुछ अजीबोगरीब जरूर है लेकिन लोग इसे पसंद कर रहे हैं । जयपुर की सबसे बड़ी बेकरी को ऐसा केक बनाने के ऑर्डर मिल रहे हैं । लोगों का कहना है कि पहले रावण काटकर सेलिब्रेशन करेंगे और उसके बाद रावण को जलाया जाएगा।
2000 से लेकर 7000 तक का मिल रहा रावण वाला केक
दरअसल जयपुर शहर के वॉल सिटी में स्थित शहर की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी बेकरी में इस तरह के केक बनाए जा रहे हैं। कॉरपोरेट सेक्टर और कॉलोनियों में जहां सामूहिक रूप से रावण दहन किया जाता है, उन जगहों से लोग इसके आर्डर दे रहे हैं। बेकरी के ओनर का कहना है कि 10 सिर वाले छोटे केक की कीमत करीब ₹2000 है और करीब 2 फीट के आसपास 10 सिर वाले रावण के केक की कीमत ₹7000 के लगभग है । ऑर्डर और बड़ा मिलता है तो उस हिसाब से केक की साइज भी बढ़ाई जा सकती है।
इस फ्लेवर की ज्यादा हो रही डिमांड
बड़ी बात यह है कि राजस्थान में यह अजीबोगरीब प्रचलन पहली बार ही चला है और पहली बार ही लोग इस तरह के आर्डर दे रहे हैं । बेकरी के मालिक मुकेश कुमार का कहना है कि फिलहाल वनीला और पाइनएप्पल फ्लेवर में ही केक बनाए जा रहे हैं , लेकिन अगर ऑर्डर देने वाले ग्राहक अलग डिमांड करते हैं तो वह भी पूरी करने के लिए आर्टिस्ट मौजूद हैं। जयपुर की वॉल सिटी में स्थित बेकरी के अलावा अब शहर की कई अन्य बिक्री में भी रावण के केक दिख रहे हैं ।
लाखों लोग पहुंचेगे खास मेले को देखने
जयपुर शहर में तीन जगहों पर रावण का पुतला दहन होगा। सबसे बड़ा रावण दहन मानसरोवर इलाके में होगा । उसके बाद आदर्श नगर और विद्याधर नगर में रावण के पुतलों का दहन होगा । तीनों स्थानों पर 7 दिन तक चलने वाले बड़े मेलों का आयोजन भी किया जा रहा है । आयोजकों को उम्मीद है कि इस बार लाखों की संख्या में लोग इन आयोजनों को देखने के लिए पहुंचेंगे । जयपुर शहर में 12 अलग-अलग जगहों पर रावण के छोटे से लेकर बड़े कद के पुतले भी उपलब्ध होना शुरू हो गए हैं।