घर दरवाजे पर दुल्हन की मौत, पिता जिस बेटी को करने वाले थे विदा..शादी के जोड़े में मरी देख बिलख रहे

यह दुखद घटना बीकानेर के सुभाषपुरा की है, जहां महफूज अली की 20 साल की बेटी फरजाना का खुशी-खुशी निकाह चल रहा था। परिवार के लोग बेटी की शादी को लेकर बेहद खुश थे। लेकिन विदा होने से पहले उसकी मौत हो गई।

Asianet News Hindi | Published : Jan 5, 2021 1:21 PM IST

बीकानेर (राजस्थान). खुशी के वक्त मातम की खबरें तो आए दिन सुनी होंगी। लेकिन राजस्थान के बीकानेर में एक ऐसी दिल को झोर देने वाला खबर सामने आई है, जिसको सुनकर हर कोई भावुक हो गया। यहां एक पिता अपनी बेटी शादी करके उसे हंसी-खुशी ससुराल के लिए विदा कर रहा था। तभी अचानक दुल्हन की तबीयत बिगड़ गई और कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई।

दुल्हन बेहद खुश थी, लेकिन चली गई सब छोड़कर
दरअसल, यह दुखद घटना बीकानेर के सुभाषपुरा की है, जहां महफूज अली की 20 साल की बेटी फरजाना का खुशी-खुशी निकाह चल रहा था। परिवार के लोग बेटी की शादी को लेकर बेहद खुश थे, निकाह समारोह काफी हंसी-खुशी के साथ संपन्न हुआ। फरजाना भी अपनी शादी को लेकर बहुत खुश थी। वहीं उसकी सहेलियों का कहना है कि बहनें उसके साथ हंसी-ठिठोली कर रही थी। इसी दौरान वो अचानक वो विदा के समय बेहोश होकर गिर गई। 

Latest Videos

जिस बेटी को विदा करने वाला था पिता, अब उसकी लाश लेकर आ रहा
पिता जिस बेटी को  कुछ देर पहले हंसी खुशी ससुराल के लिए विदा करने वाले थे, उसी दुल्हन बेटी के लिए गोद में उठाकर अस्पताल लेकर भागे। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। दुल्हन की मौत की खबर पहुंचने पर घर में कोहराम मच गया।

शादी के जोड़े में हमेशा के लिए अलविदा कह गई दुल्हन
दुल्हन की अचानक हुई मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, पिता की आंखों से आसूं थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिस बेटी को वे कुछ देर पहले हंसी खुशी ससुराल के लिए विदा करना चाह रहे थे वह अचानक उन्हें हमेशा के लिए अलविदा कह गई।

Share this article
click me!

Latest Videos

IQ Test: 4 मजेदार सवाल, जानिए कितने स्मार्ट हैं आप #Shorts
Rahul Gandhi LIVE: राहुल गांधी ने जम्मू, जम्मू-कश्मीर में जनता को संबोधित किया
दिल्ली में काम करने वालों को CM Atishi का बड़ा गिफ्ट, अब नहीं रहेगी कोई टेंशन । Delhi Salary
अब क्या करेंगी CM Atishi ? क्या दिल्ली वाले देखेंगे एक नया सियासी ड्रामा
PM Modi LIVE : 45th FIDE Chess Olympiad चैंपियनों से ख़ास बातचीत