नक्सलियों से घिरा देखकर भी घबराया नहीं जवान, करता रहा फाइट..लेकिन एक गोली सीने में आकर लगी

1994 को CRPF में भर्ती हुए थे शहीद अजीत सिंह। मूलत: राजस्थान के अलवर के रहने वाले अजीत सिंह का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया।
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 19, 2020 6:47 AM IST

अलवर, राजस्थान. नक्सलियों से घिरे होने के बावजूद बहादुरी से मुकाबला करने वाले CRPF की कोबरा बटालियन के हवलदार अजीत सिंह यादव का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। उल्लेखनीय है कि 10 फरवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में यह मुठभेड़ हुई थी। इसमें अजीत सिंह के सीने में गोली लगी थी। उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। मुठभेड़ में अजीत सिंह यादव ने एक नक्सली को मार गिराया था।


बेटे बोले, मेरा पापा बहादुर थे...
बुधवार को पैतृक गांव गंडाला में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके 20 वर्षीय बेटे आशीष यादव ने दी। इस दौरान उनका छोटा बेटा 16 वर्षीय अभिषेक, अजीत के बड़े भाई जोगिंदर सिंह और संदीप यादव मौजूद थे। बुधवार सुबह जैसे ही उनक पार्थिव देह गांव पहुंची..पूरा गांव अजीत सिंह जिंदाबाद के नारे लगाने लगा। रास्ते में फूल बरसाकर शहीद को अंतिम विदाई दी गई। अजीत सिंह 1994 को CRPF में भर्ती हुए थे।

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