सुरभि कुमावत जो जयपुर में पीएनबी बैंक में मार्केटिंग मैनेजर थीं, शनिवार देर रात सुसाइड़ कर लिया था और रविवार शाम उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें बहुत कुछ लिखा है परिवार और खुद के बारे में।
जयपुर. पंजाब नेशनल बैंक की मार्केटिंग मैनेजर सुरभि कुमावत की मौत के बाद अब परिवार सदमे में हैं। पांच साल की मासूम बेटी का रो रोकर बुरा हाल हैं। जब से उसके पिता ने उसे बताया कि मां अब हमेशा की के लिए चली गई है तभी से बेटी के आसूं सूख नहीं रहे हैं। सुरभि कुमावत जो जयपुर में पीएनबी बैंक में मार्केटिंग मैनेजर थीं, शनिवार देर रात सुसाइड़ कर लिया था और रविवार शाम उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें बहुत कुछ लिखा है परिवार और खुद के बारे में।
क्या लिखा सुसाइड नोट में
सुरभि ने लिखा मेरे से पति और बेटी दोनों परेशान हैं, मेरे से दुनिया ही परेशान है... मै सबसे परेशान हूं। दरअसल, तीस साल की सुरभि टोंक की रहने वाली थीं और पच्चीस साल से अपने परिवार के साथ जयपुर रह रही थी। करीब आठ साल पहले अपनी एक दोस्त की मदद से उसे जयपुर के गलता गेट निवासी शाहिद मिला था। शाहिद से छह साल पहले सुरभि ने प्रेम विवाह कर लिया था। बैंक मैनेजर सुरभि के पास कार थी और पति शाहिद के पास बाइक थी। पति का मिनरल वॉटर का बिजनेस था।
शाहिद ने पुलिस को बताया कि सुरभि को बुलेट बाइक पसंद थी। उसे चलाना भी आता था और दिवाली पर बाइक लेने की तैयारी भी कर रहे थे। कुछ दिन पहले ही बाइक देखकर भी आए थे शोरूम पर, लेकिन पता नहीं सुरभि के दिमाग में क्या चल रहा था। उधर पांच साल की बेटी समायरा का रो रोकर बुरा हाल है। वह बात बात पर मां को याद करती है। उधर पुलिस का कहना है कि सुसाइड़ नोट में काफी कुछ लिखा गया है परिवार के बारे में, कोई केस दर्ज कराना चाहता है तो केस भी दर्ज करेंगे। सुरभि मुहाना थाना इलाके में पति के साथ रह रही थी।
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