राजस्थान में करोड़ों के नकली नोटों के पकड़ने का मामला सामने आया है। जहां हवाला कारोबार के जरिए दूसरे जिलों में पहुंचाया जा रहा था। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ में नोट छापने वाली मशीन और प्रिंटिंग का कागज भी बरामद किए हैं।
जयपुर. बीकानेर में शनिवार रात पकड़े गए नक़ली नोटों के मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पूछताछ में सामने आए हैं कि करोड़ों रुपए के नकली नोट पूरे राजस्थान में सप्लाई हो चुके हैं। जिसे हवाला कारोबार के जरिए दूसरे जिलों में पहुंचाया जाता था। फिलहाल अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में लगी हुई है।
पूरे राजस्थान में हुई करोड़ों रुपए के इन नोटों की सप्लाई
दरअसल शनिवार रात बीकानेर में पुलिस में जय नारायण व्यास कॉलोनी और नोखा इलाके से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से डेढ़ करोड़ रुपए के नकली नोट भी बरामद किए गए थे। साथ ही एक नोट छापने वाली मशीन और प्रिंटिंग का कागज भी पुलिस को मिला था। अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि नकली नोट वह हवाला के जरिए एक जिले से दूसरे में पहुंचा देते। करोड़ों रुपए के इन नोटों की सप्लाई पूरे राजस्थान में हो चुकी है। जिसकी किसी को कानोकान खबर भी लगी।
यह नेटवर्क हवाला कारोबार के जरिए फैला
राजस्थान में नकली नोटों के मिलने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी चूरू, जयपुर समेत कई जिलों में नकली नोटों का कारोबार पकड़ा जा चुका है। हालांकि पहली बार पुलिस ने करोड़ों में राशि जब्त की है। राजस्थान में यह नेटवर्क हवाला कारोबार के जरिए फैला हुआ है। ऐसे में अब करोड़ों रुपए के नोटों की सप्लाई होने के बाद पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन गई है कि इस गिरोह को कैसे रोका जाएगा।
दूसरे राज्यों से चलता है नेटवर्क
राजस्थान में अब तक नकली नोट के जितने भी मामले सामने आए उनमें करीब 80% वारदातों में गिरोह दूसरे राज्यों से चलता है। जो अलग-अलग जगह नकली नोट छापने का काम करता है। नकली नोटों को पकड़े जाने के डर से उन्हें अलग-अलग जगह पाया जाता है। नकली नोटों का पता ना चल सके इसके लिए उन्हें असली नोटों में मिला दिया जाता है। ज्यादा नकली नोट होने पर ही ऐसे मामलो का पता चल पाता है। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले से आरबीआई के अधिकारियों को अवगत करवाया है। जिनके टीम भी जल्द बीकानेर पहुंचेगी।