खत्म हो सकता है गुर्जर आंदोलन, सरकार के साथ चल रही मीटिंग

पिछले 11 दिनों से राजस्थान में जारी गुर्जरों के आंदोलन से भरतपुर सहित कई जिलों में जनजीवन पर असर पड़ा है। ट्रेनें और बसें बंद होने से दीपावली पर लोगों को बड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच आंदोलन खत्म होने की उम्मीद बंधी है। बुधवार को सरकार ने कर्नल किरोड़ी बैंसला को वार्ता के लिए जयपुर बुलाया।

Asianet News Hindi | Published : Nov 11, 2020 10:21 AM IST

जयपुर, राजस्थान. पिछले 11 दिनों से चले आ रहे गुर्जर आंदोलन के खत्म होने के आसार बने हैं। बुधवार को कैबिनेट की एक सब कमेटी ने कर्नल किरोड़ी बैंसला को जयपुर में वार्ता के लिए बुलाया। उनके साथ बेटे विजय बैंसला सहित समाज के कुछ अन्य लोग भी पहुंचे। बता दें कि आंदोलन से भरतपुर सहित कई जिलों में जनजीवन पर असर पड़ा है। ट्रेनें और बसें बंद होने से दीपावली पर लोगों को बड़ी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। गुर्जर समाज बयाना में 223 आंदोलनकारियों पर मुकदमा दर्ज होने को लेकर खेल मंत्री अशोक चांदना से नाराज है। बैंसला ने इसे दीपावली का तोहफा बताकर मंत्री पर ताना कंसा था। गुर्जर बैकलॉग एवं प्रक्रियाधीन भर्तियों में आरक्षण का लाभ दिए जाने समेत 6 सूत्री मांगों को लेकर भरतपुर के पीलूपुरा में रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। इससे मुंबई-दिल्ली ट्रैक पर ट्रेनें नहीं चल पा रही हैं।

सरकार पर लगा दबाव बनाने का आरोप
मंगलवार को ग्रेटर नोएडा से गुर्जर समाज का 15 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पीलूपुरा रेलवे ट्रैक आया था। यहां उन्होंने कहा कि पूरा समाज आंदोलन के साथ है। इस बीच चेतावनी दी गई कि अगर समाज की मांगें नहीं मानी गईं, तो दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में जाम लगा देंगे। विजय बैंसला ने आरोप लगाया कि सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया है। वो आंदोलन को दबाना चाहती है। भरतपुर और करौली जिले का पुलिस प्रशासन लोगों को यहां से नहीं जाने दे रहा।

​वर्क फ्रॉम होम में परेशानी..
1 नवंबर से चल रहे गुर्जरों के आंदोलन ने स्टूडेंट़्स और वर्क फ्रॉम होम करने वालों के लिए परेशानी बढ़ा दी है। प्रशासन ने आंदोलन के एक दिन पहले से ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर रखी हैं। बता दें कि गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भरतपुर के पीलूपुरा स्थित रेलवे ट्रैक पर अपने समर्थकों के साथ बैठे हुए हैं। आंदोलन के चलते भरतपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, जयपुर की 5 तहसीलों और अलवर में कुछ जगह इंटरनेट बंद रखा गया है। इसके अलावा ट्रेनें और बसें भी नहीं चल पा रही हैं। इस बीच पिछले दिनों नहरा क्षेत्र के पंच-पटेलों वाले प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई करने वाले गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने कर्नल किरोड़ी बैंसला और उनके पुत्र विजय पर बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए ऐंठने के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। उन्होंने कर्नल बैंसला ट्रस्ट का अकाउंट सार्वजनिक करने की मांग की। इस पर विजय बैंसला ने स्पष्टीकरण दिया था कि फाउंडेशन गरीब शहीद परिवारों को हर महीने 6000 रुपए देता है।

पटरी पर मनाया था जन्मदिन
पिछले मंगलवार देर रात कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने अपने बेटे का जन्मदिन पटरी पर केक काटकर मनाया था। बता दें कि आंदोलन के चलते कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। कइयों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है। वहीं, बसों के पहिये थमे हुए हैं। सरकार ने समझौते की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। आंदोलनकारी भरतपुर सहित कई जगहों पर दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बातचीत हर समस्या का हल है। आंदोलन में महिलाओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है। वे आंदोलनकारियों के लिए रजाई-गद्दे और चाय-नाश्ता-खाना लेकर आ रही हैं। हालांकि अब गुर्जर समाज के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कहा जा रहा है कि वे अपने बेटे विजय को आगे करना चाहते हैं।

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