राजधानी जयपुर से एक दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक सीएम ने घर की चौंथी मंजिल से कूदकर जान दे दी। उसका दो पेज का सुसाइड नोट इतना इमोशनल है कि पुलिसवाले तक इसको पढ़ने के बाद अपनी आंखें नम करने से नहीं रोक सके।
जयपुर (राजस्थान). जयपुर के मुहाना थाना क्षेत्र में रहने वाले रक्षित खंडेलवाल सीए थे। मध्यम वर्गीय परिवार की जिम्मेदारी फिलहाल रक्षित पर ही थी। लेकिन गुरुवार को रक्षित ने अपने चौथे माले पर स्थित फ्लैट से कूदकर जान दे दी। इस मौत के बाद अब शुक्रवार शाम परिवार को रक्षित के कमरे में से एक सुसाइड नोट मिला है। रक्षित की मौत से ज्यादा हैरान परेशान करने वाला यह सुसाइड नोट देख देख कर घर वाले अपने आंसू काबू नहीं कर पा रहे हैं। एक युवा जिस के कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी थी ,उसने मौत को गले क्यों लगा लिया? यही सोच सोच कर पूरी कॉलोनी और मोहल्ला परेशान है । मुहाना थाना पुलिस ने रक्षित के पिता की शिकायत पर कुछ नामजद लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा शुक्रवार रात दर्ज किया है ।
कपड़ों का शोरूम था पिता का, लेकिन मां से इमोशनली टच...
जयपुर के मुहाना थाना क्षेत्र में रहने वाले 25 साल के रक्षित के पिता रमाकांत खंडेलवाल कपड़ों का शोरूम चलाते थे । लेकिन कोरोना वायरस एसी कमर तोड़ी की सारा व्यापार ठप हो गया । इस बीच मां मंजू खंडेलवाल एवं छोटे भाई आर्यन की जिम्मेदारी रक्षित पर आ गई । कई महीनों से रक्षित इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा था, लेकिन मां से इमोशनली टच रहने वाले रक्षित को कुछ ना कुछ खाए जा रहा था।
झूठे केस के चलते उजड़ एक परिवार गया
दरअसल भीम सिंह नाम के एक व्यक्ति ने किसी मामले में भरतपुर में रक्षित की मां मंजू के खिलाफ ठगी एवं sc-st एक्ट का केस दर्ज करवाया था। रक्षित का कहना था कि यह झूठा केस है और इस केस के कारण कुछ लोग लगातार परेशान कर रहे हैं । इस मामले की जानकारी लगातार पुलिस अधिकारियों को भी दी जाती रही लेकिन परेशानी कम नहीं हो सकी ।
सुसाइड नोट पढ़ते हुए पुलिस की आंखों में आ गए आंसू
पुलिस को परिवार ने जो सुसाइड नोट सौंपा है वह सुसाइड नोट में अलग-अलग पैराग्राफ में परिवार के अलग-अलग सदस्यों के बारे में लिखा गया है। मां, पिता , बहन और एक महिला मित्र के बारे में पूरी जानकारी दी गई है । रक्षित ने सभी से माफी मांगी है और इस जन्म में उनका साथ नहीं निभाने का मलाल होना लिखा है। दो पेज का यह सुसाइड नोट इतना इमोशनल है कि एसएचओ तक इस सुसाइड नोट को पढ़ने के बाद अपनी आंखें नम करने से नहीं रोक सके। रक्षित के पिता रमाकांत की शिकायत पर पुलिस ने छह से सात नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सभी आरोपी फिलहाल पकड़ से बाहर है।
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