जयपुर में वर्दी दागदारः थानेदार ने लड़की से कहा- कॉपरेट कर, लाइफ बना दूंगा..फिर जिंदगी को बना दिया नर्क

राजस्थान के जयपुर में एक पुलिस इंस्पेक्टर पर रेप का आरोप लगा है। जिसमें वह अग्रिम जमानत लेकर बचता रहा। पीड़िता की बहन हक की लड़ाई लडने सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंची। उनके दखल के बाद रद्द हुई जमानत याचिका, दो साल के बाद इंस्पेक्टर गिरफ्तार।

Sanjay Chaturvedi | Published : Jul 29, 2022 6:05 AM IST / Updated: Jul 29 2022, 02:09 PM IST

जयपुर. राजस्थान में पुलिस की वर्दी पर फिर से दाग लगा है। जयपुर पुलिस ने एक इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। उस पर करीब दो साल पहले एक युवती से रेप करने का आरोप है। गिरफ्तारी से बचने के लिए इंस्पेक्टर ने दो सप्ताह पहले कोर्ट की शरण भी ली थी, लेकिन वह बच नहीं सका। उसे देर रात जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे आज कोर्ट में पेश कर उसकी रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है। दो सप्ताह पहले उसकी जमानत याचिका को रद्द कर दिया गया था। 

झुझुनूं में मानव तस्करी विरोधी यूनिट में तैनात था आरोपी इंस्पेक्टर 
दरअसल जयपुर के करणी विहार क्षेत्र में रहने वाली एक युवती से इंस्पेक्टर केपी सिंह की जान  पहचान थी। बताया जा रहा है कि युवती से साल 2020 में केपी सिंह ने झुझुनूं और फिर जयपुर में रेप किया था। उसने युवती को मिलने के लिए झुझुनूं बुलाया था। उसके बाद वहां पर सरकारी नौकरी दिलाने और साथ ही पुलिस में भर्ती कराने की बात कही थी। उसके बाद वहां पर रेप किया था।  दरअसल युवती पर झूझूनूं थाने में केस दर्ज था उस केस को रफा दफा करने की भी बात थी। युवती को जयपुर बुलाकर जयपुर में भी नशा देकर उसके साथ रेप किया था। इसके फोटो वीडियो बनाए और इनको वायरल करने की धमकी देता रहा। 

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जयपुर के करणी विहार थाने में कराया था केस दर्ज 
इस मामले में युवती ने अपनी बहन के साथ जाकर साल 2020 में करणी विहार थाने में जाकर केस दर्ज कराया था। मामले की जांच कर रहे पलिसकर्मियों ने अपने अफसर को बचाने का लगातार प्रयास किया और उसे गिरफ्तार नहीं किया। इस बीच इंसपेक्टर कंवर पाल सिंह ने अग्रिम जमानत भी ले ली। इस पर पीडिता की बहन हक की लड़ाई लडने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंची और वहां से जमानत याचिका खारिज कराई। इस पूरे घटनाक्रम के  बाद दो सप्ताह पहले कवंर पाल सिंह ने फिर से जयपुर के हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई लेकिन कोर्ट ने इसे कंसीडर नहीं किया। याचिका रद्द कर दी गई। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान केपी सिंह लगातार नौकरी करता रहा। वर्तमान में वह जयपुर के पुलिस मुख्यालय में सीआईडी सीबी डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर के पद पर था। साल 2017 में वह जयपुर में आखिरी बार किसी थाने में पोस्टेड रहा था।

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