राजस्थानः प्रदेश में लॉकडाउन के कारण 2 साल बाद हो रहे छात्र संघ के चुनाव, तारीख तय

राजस्थान में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के बाद से अब जाकर प्रदेश में छात्र संघ के चुनाव की डेट फाइनल की गई है। राज्य में  26 अगस्त को होंगे छात्रसंघ चुनाव। छात्रों से सपथ पत्र भराया जा रहा है कि वे इसके प्रचार में कोई उपद्रव नहीं करेंगे।
 

Sanjay Chaturvedi | Published : Jul 29, 2022 10:32 AM IST / Updated: Jul 29 2022, 04:50 PM IST

जयपुर. 2 साल के बाद राजस्थान में होने वाले छात्र संघ चुनाव की तारीख सरकार ने तय कर दी है । अगले महीने के अंत में होने वाले इन चुनावों के लिए तैयारी सोमवार से शुरू करने की भी निर्देश दे दिए गए हैं । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले सप्ताह ही छात्र संघ चुनाव के बारे में ग्रीन सिग्नल देते हुए लिखा था कि राजस्थान में अब छात्र संघ चुनाव किए जा सकते हैं।  2 साल से छात्र संघ चुनाव कोरोना और अन्य कारणों के चलते बंद कर दिए गए थे। 

 26 अगस्त को होंगे चुनाव, 27 अगस्त को होगी मतगणना और आएंगे परिणाम 
 राजस्थान में 26 अगस्त को छात्र संघ चुनाव कराने की सरकार ने घोषणा की है । इस तारीख के बाद अब छात्र नेता सक्रिय होने लगे हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय समेत राजस्थान के सभी निजी एवं सरकारी कॉलेजों में 26 अगस्त को चुनाव कराने की बात कही गई है।  उसके बाद 27 अगस्त को मतगणना और परिणाम जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।  सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी यह निर्देश जारी किए हैं कि उनके जिले में होने वाले चुनाव बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से हों। इसके साथ ही उपद्रव की हालात से निपटने की तैयारी पहले ही कर ले ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो। 

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पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देने के साथ ही सभी जिलों के निजी एवं सरकारी कॉलेज के संचालकों को भी यह कहा गया है कि वह छात्र संघ चुनाव से पहले पहले उन तमाम छात्र नेताओं से लिखित में आश्वासन  लें कि वे छात्र संघ चुनाव के दौरान किसी तरह का उपद्रव नहीं करेंगे।  और अगर ऐसा किया जाता है तो उनका नामांकन रद्द भी किया जा सकता है । 

18 अगस्त से शुरू होगी चुनाव की प्रक्रिया
राजस्थान के निजी और सरकारी कॉलेजों में होने वाले चुनाव की प्रक्रिया 18 अगस्त से शुरू कर दी जाएगी।  सरकार का कहना है कि 26 अगस्त को होने वाले छात्र संघ चुनाव पिछले चुनावों की तरह ही लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों पर ही होंगे। कमेटी के बनाए नियमों के अनुसार चुनाव नहीं होने पर छात्र नेताओं को दंडित भी किया जा सकता है । साथ ही उनका नामांकन भी रद्द किया जा सकता है। 
 गौरतलब है कि छात्र संघ चुनाव को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय समेत प्रदेश के अन्य कॉलेजों में अब अगले महीने से माहौल बनना शुरू हो जाएगा।  सरकार ने यह भी सख्त निर्देश दिए हैं कि छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया के दौरान किसी भी छात्र को परेशानी नहीं हो इसकी जिम्मेदारी छात्र नेताओं की होगी।

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