गहलोत सरकार के चार साल का जश्न बिगाड़ने के लिए साथ आए भाजपा के ये दो दिग्गज... दोनो एक दूसरे के सबसे बड़े दुश्मन

राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते आलाकमानों की सलाह के बाद भाजपा पार्टी के दो दिग्गज नेताओं पार्टी अध्यक्ष सतीश पुनिया और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक ही मंच पर दिखे। गृहमंत्री अमित शाह ने पिछली यात्रा के समय दी थी सलाह।

Sanjay Chaturvedi | Published : Nov 14, 2022 7:25 AM IST / Updated: Nov 14 2022, 01:14 PM IST

जयपुर ( jaipur).अगले महीने सरकार चार साल पूरा कर रही है राजस्थान में। गहलोत सरकार बड़े जश्न की तैयारी में जुटी हुई है पूरे प्रदेश में, उनके मंत्रियों का दावा है कि ये साल यादगार रहने वाला है। सरकार कई बड़ी घोषणाएं करेगी और जनता को बड़ा फायदा होगा। सरकारी अमला भी अंदरखाने इस राजनीतिक आयोजन में जुटा हुआ है। लेकिन इस चौथे साल के जन्मदिन का सत्यानाश करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी कर ली है। पहली बार भारतीय जनता पार्टी के दो दिग्गज नेता, जो कि धुर विरोधी हैं..... सीएम के कार्यक्रम की बैंड बजाने के लिए इन दोनो नेताओं ने हाथ मिला लिया है। यानि अगले महीने कुछ न कुछ बड़ा होने वाला है राजस्थान में...।

दो दिग्गज नेताओं ने मिलाया हाथ
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के दो सबसे बड़े नेता हैं राजस्थान में। सतीष पूनिया जो कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं वे पहले नंबर पर हैं वर्तमान में। उसके बाद पद के हिसाब से पूर्व सीएम वसुधंरा राजे का नंबर आता है। दोनो धुर विरोधी हैं क्योंकि दोनो ही राजस्थान में सबसे बड़ा पद लेने की कोशिश में हैं वो है अगला सीएम का पद। इस कारण दोनो अपने अपने स्तर पर अलग अलग काम भी कर रहे हैं और अपने स्तर पर ही यात्राएं और दौरे भी कर रहे हैं। लेकिन अब ये दोनो दिल्ली से आलाकमान की फटकार के बाद साथ दिख रहे हैं।

अंदरूनी कलह को दूर करते हुए, दिखे एक साथ
दरअसल झुझुनूं में कल मिशन 2023 को लेकर भारतीय जनता पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं की बैठक थी। इस दौरान मंच पर पूनिया के साथ वाली सीट पर राजें भी दिखीं। जो काफी समय के बाद नजदीक बैठी मिली। दोनो ने एक दूसरे से बातचीत भी की और मिशन 2023 को लेकर चर्चा भी की। साथ ही अगले महीने होने वाले बड़े कार्यक्रम यानि सीएम के कार्यक्रम को लेकर भी दोनो में बातें हुई। उसके बाद दोनो ने एक दूसरे का आभार व्यक्त किया। दोनो ही सीएम बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं। हांलाकि बताया जा रहा है कि पार्टी में अंदरूनी कलह के कारण जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी में बदलावा किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अमित शाह और जेपी नड्डा ने पार्टी के तमाम नेताओं को एकजुट रहने के लिए कहा था।

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