वन रक्षक कैंडिडेट पर छाया पेपर कैंसिल का खतराः फोटो खींच आंसर वायरल करने में पकड़ाए 11 लोग

नवंबर को राजस्थान में हुए वन रक्षक के पेपर का फोटो खींचकर उत्तर वायरल करने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए विद्युत कर्मचारी सहित कुल 11 लोगों को किया गया डिटेन। इसके चलते 12 नवम्बर 2022 को ​हुई ​द्वितीय पारी की परीक्षा हुई निरस्त।

Sanjay Chaturvedi | Published : Nov 14, 2022 5:55 AM IST

जयपुर (jaipur). प्रदेश भर में हुई वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के परीक्षा पर संकट के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे हैं। शनिवार को इस परीक्षा का पेपर का फोटो खींचकर उत्तर वायरल करने के मामले में जयपुर एसओजी की सूचना पर राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान रेलमगरा थाना इलाके से दीपक शर्मा नाम के विद्युत कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। तो वहीं दीपक से पूछताछ के दौरान कड़ी से कड़ी जुड़ती रही और राजसमंद, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, जयपुर और दिल्ली से कुछ संदिग्धों को डिटेन किया गया है। बता दें कि पवन को गंगापुर सिटी, जितेंद्र कुमार को सपोटरा, हेमराज मीणा को लालसोट, गिरिराज को जयपुर के आंधी से, योगेंद्र को भरतपुर के लखनपुर से, राजेश को जयपुर ग्रामीण से, सांवलराम को जयपुर ग्रामीण, मनीष को सवाईमाधोपुर, विजेंद्र को करोली के सपोटरा से और भरत चौधरी नाम के संदिग्ध को दिल्ली से डिटेन किया गया है।

गिरोह के बारें में जा रही पूछताछ
कार्रवाई को लेकर राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि आरोपित दीपक शर्मा को गिरफ्तार कर पूछताछ जारी है कि यह पेपर कहां से लगाया और इस नेटवर्क में कितने लोग जुड़े हुए हैं। एसपी चौधरी ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर के उत्तर परीक्षा से एक घंटे पहले उपलब्ध कराने के लिए 5 लाख रूपए की बात स्वीकार की गई है, इसके बारे में भी जांच की जा रही है कि रूपए पहले दिए थे या अभी रूपए का लेने देन शेष है।

पेपर स्टार्ट होने से पहले ही कॉपी आरोपी के पास पहुंची
एसपी चौधरी ने बताया कि जयपुर एसओजी और मुखबिर से रेलमगरा थाना इलाके के दीपक के बारे में सूचना मिली थी जिसे मौके से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद इसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी के मोाबइलों को जप्त कर लिया गया है और जांच की जा रही है कि और कितने लोगों को पेपर वाट्सएप किया गया है। एसपी चौधरी ने बताया कि वनरक्षक भर्ती परीक्षा का सेकंड पारी का पेपर जो कि ढाई बजे शुरू होना था वह पेपर डेढ बजे ही पहुंच गया था और जब टीम ने इसका मिलान किया तो वह सही पाई गई है।

आरोपी ने दो अन्य लोगों से किया सेंड
दीपक शर्मा ने यह आंसर सीट दो संदिग्धों दौसा और करौली के रहने वालों को शेयर की थी। इन्हें भी पुलिस ने डिटेन कर लिया है। रेलमगरा के दीपक शर्मा के पास यह आंसर सीट जयपुर निवासी पवन सैनी के पास से आई थी इसे भी पुलिस ने डिटेन कर लिया है। एसपी चौधरी ने बताया कि इन सभी संदिग्धों से गंभीरता से पूछताछ जारी है।

आरोपियों को पकड़ने के लिए बनी स्पेशल टीम
आपको बता दें कि इन सभी को डिटेन करने में एक विशेष टीम का गठन किया था जिसमें रेलमगरा थानाधिकारी भरत योगी, एसआई जसवंत सिंह, हैड कांस्टेबल भंवर सिंह, हैड कांस्टेबल अनिल कुमार, हैड कांस्टेबल विजय सिंह, कांस्टेबल भंवर सिंह, कांस्टेबल कमलेंद्र सिंह, कांस्टेबल चेतराम, कांस्टेबल यशपाल सिंह, कांस्टेबल विष्णु कुमार, कांस्टेबल सोमेंद्र सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार शामिल थे। तो वहीं इस कार्रवाई में हैड कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल भंवर सिंह और कांस्टेबल सोमेंद्र सिंह का विशेष योगदान रहा।

बता दें कि वन रक्षक भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस परीरक्षा की द्वितीय पारी की परीक्षा के संबंध में राजसमंद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है और हर पहलुओं पर जांच की जा रही है। तो वहीं जयपुर से जारी हुए एक आदेश ने 12 नवम्बर 2022 को ​हुई ​द्वितीय पारी की परीक्षा को निरस्त करने के आदेश दिए हैं।

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