पाकिस्तानी जासूस अरेस्ट:6 साल से भारतीय नागरिकता लेकर दिल्ली में रह रहा था, दिखावे के लिए करता था मजदूरी

इंटेलिजेंस अधिकारियों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि भागचंद के कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। जासूस को भारत की नागरिकता 6 साल पहले ही मिल चुकी थी। जिसके बाद वह भारत में रहकर जासूस तैयार कर रहा था।

Pawan Tiwari | Published : Aug 22, 2022 5:41 AM IST

जयपुर. राजस्थान इंटेलिजेंस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने देश की राजधानी दिल्ली से एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। बड़ी बात तो यह है कि जासूस को भारत की नागरिकता 6 साल पहले ही मिल चुकी थी। जिसके बाद वह भारत में रहकर जासूस तैयार कर रहा था। आरोपी ही इन्हें सिम कार्ड देता था। इंटेलीजेंट जासूस तक हाल ही में भीलवाड़ा से पकड़े गए एक युवक के पूछताछ में हुए खुलासे के बाद पहुंची है। 

राजस्थान इंटेलिजेंस के अधिकारियों के मुताबिक के हाल ही में उन्होंने भीलवाड़ा के नारायण लाल को पाक की खुफिया एजेंसी से संपर्क रखने के मामले में गिरफ्तार किया था। जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दिल्ली में रहने वाला भागचंद भी उसका सहयोगी था। ऐसे में इंटेलिजेंस ने जाल बिछाया और रविवार शाम भागचंद को दिल्ली से गिरफ्तार किया। जिसे आज इंटेलिजेंस के अधिकारी जयपुर लेकर आएंगे।

पाकिस्तान में रहते हैं रिश्तेदार
इंटेलिजेंस अधिकारियों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में सामने आया है कि भागचंद के कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। साथ ही उसकी पाकिस्तानी अफसरों से भी पिछले काफी दिनों से बातचीत होती रहती थी। भागचंद ने ही नारायण को पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी से कांटेक्ट करवाया था। भागचंद 22 साल की उम्र में करीब 1998 में दिल्ली में आकर रहने लग गया था। 2016 में उसे भारत की नागरिकता भी मिल गई। इसके बाद वह दिल्ली में ही टैक्सी चलाने और मजदूरी का काम करने लग गया था। 

सेना के खुफिया जानकारी भेजता था
भागचंद भारत के सिम अपने तैयार किए हुए नेटवर्क में उन युवाओं को भेज देता जो पैसे के बदले सैनिकों को फेक अकाउंट के जरिए फंसाने और सेना से जुड़ी जानकारियां देने के मामले में शामिल थे। फिलहाल इंटेलिजेंस लगातार आरोपी से पूछताछ में जुटी है। ऐसे भी और कई खुलासे होने की संभावना है।

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