सियासी जोड़-तोड़ के डर से विधायकों को होटल में ठहराने के पीछे का मुख्य कारण है वह सीट जिस पर बीजेपी डॉ. सुभाष चंद्रा मैदान में हैं। उन्हें भाजपा के 31 विधायकों का समर्थन है। जबकि कांग्रेस को तीसरी सीट जीतने के लिए 41 वोट चाहिए, वहीं बीजेपी को यह सीट पाने सिर्फ 11 वोट की ही दरकार है।
जयपुर : 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) के लिए राजस्थान (Rajasthan) की सियासत में उठापठक जारी है। कल तक जो भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस (Congress) को दोष दे रही थी और उनके नेताओं को कैद करने की बात कर रही थी, आज उसी के नेता कैद होना शुरू हो गए हैं। आज से पांच दिन के लिए भाजपा ने भी प्रशिक्षण शिविर के नाम पर बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। कांग्रेसी उदयपुर के एक रिसॉर्ट में कैद हैं तो बीजेपी वालों को जयपुर के आगरा रोड पर स्थित एक रिसॉर्ट में आज से पांच दिन के लिए कैद कर दिया गया है। सोमवार सुबह से भाजपा नेताओं का इस कथित कैद में पहुंचना शुरू हो गया है। कोई भी छूटे ना, इसकी जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) को सौंपी गई है।
10 जून को वोट देने के बाद आजाद
10 जून को होने वाले मतदान को लेकर यह सब किया जा रहा है। इससे पहले भी राजस्थान में इस तरह की बाड़ेबंदी कई बार हो चुकी है। भाजपा ने जिसे प्रशिक्षण शिविर का नाम दिया है, उसे राजनीतिक जानकार बाड़ाबंदी ही मान रहे हैं। भाजपा के नेताओं को शीष नेतृत्व ने निर्देश दिए हैं कि अब चार से पांच दिन तक कोई भी रिसॉर्ट से बाहर नहीं आएगा। हर दिन की रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी। हालांकि भाजपा के जो बुजुर्ग नेता हैं, उन्हें इस तरह की छूट से अलग रखा गया है। वे परिवार से मिलने जा सकेगें लेकिन उसके लिए भी कुछ नियम बनाए गए हैं। अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो उसके लिए एक एंबुलेंस खड़ी कर दी गई है। सोमवार दोपहर 12 बजे तक सभी नेताओं को रिसॉर्ट में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
बीजेपी साध रही समीकरण
दरअसल, राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायक हैं। इन विधायकों को 10 जून को चार राज्यसभा सीटों के लिए वोट करना है। भाजपा ने घनश्याम तिवारी को टिकट दिया है जबकि पैराशूटर माने जा रहे डॉ. सुभाष चंद्रा को भी बीजेपी सपोर्ट कर रही है। भाजपा के पास 71 विधायक हैं। साथ ही RLP, BTP और माकपा से सात विधायक और हैं, जो बीजेपी को सपोर्ट कर सकते हैं।
कांग्रेस के पास कितने वोट
कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस के पास खुद के 108 विधायक हैं। इसके अलावा एक विधायक RLD से है। जबकि 13 निर्दलीय भी कांग्रेस को सपोर्ट कर रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस का पलड़ा भारी है। लेकिन चुनाव में कई बार सेंधमारी हो चुकी है। ऐसे में जब तक चुनाव नहीं हो जाते तब तक दोनो ही पार्टियां किसी तरह की रिस्क नहीं लेना चाहती हैं। कांग्रेस ने तीन सीटों पर रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को प्रत्याशी बनाया है। इनमें से रणदीप सुरजेवाला सोमवार को उदयपुर पहुंच चुके हैं। बाकी दो नेताओं के मंगलवार तक पहुंचने की संभावना है।
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