सार
राज्यसभा चुनावों से पहले राजस्थान कि सियासत चर्चा में आ गई है। कांग्रेस से नाराज चल रहे 6 विधायकों को मनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री अशोक गहोलत उनके साथ उदयपुर पहुंचे। जहां सीएम ने उनकी नाराजगी दूर की।
जयपुर. राज्यसभा चुनाव के बीच राजस्थान में चल रही भयंकर उठापटक बाड़े बंदी और अन्य तमाम गतिविधियों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादू फिर से चला। जादूगर के नाम से जाने जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसी जादू की छड़ी घुमाई की जो विधायक कल तक नाराज थे वह आज खुश भी हो गए और साथ ही मुख्यमंत्री के साथ बैठकर जयपुर से उदयपुर के लिए उड भी गए। ये विधायक वो हैं जो काफी समय से असंतुष्ट थे और किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री के साथ नहीं जाने का दावा करते कल तक नजर आ रहे थे। लेकिन रातों-रात कुछ ऐसा हुआ कि सुबह सभी ने अपनी पैकिंग की और दोपहर में मुख्यमंत्री के साथ एक ही विमान में उदयपुर के लिए रवाना हो गए ।
इस तरह समझिए पूरा गणित
दरअसल छह विधायक मंत्री हैं जो राज्य सरकार से खास तौर पर मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे हैं । उनमें मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, खिलाड़ी लाल बैरवा, लाखन मीणा , वाजिद अली , संदीप यादव और गिर्राज सिंह मलिंगा शामिल हैं। इन सभी 6 विधायकों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उदयपुर पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री के साथ सभी विधायक उदयपुर के अरावली रिसोर्ट में चल रही कांग्रेस के बाड़े बंदी में शामिल हो चुके हैं ।
यह विधायक और मंत्री सरकार से चल रहे थे नाराज
यह नेता निर्दलीय और अन्य पार्टियों से चुनाव लड़कर विधायक बने थे और उसके बाद कांग्रेस में शामिल किया था। यह विधायक और मंत्री सरकार से नाराज थे। उनका कहना था कि सरकार खास तौर पर मुख्यमंत्री उन पर ध्यान नहीं देते उनकी बातों को नहीं सुना जाता और उन पर कई तरह का दबाव बनाया जाता है ।
गहलोत की इस बात से नाराज चल रेह थे विधाक
सरकार में अपनी उपेक्षा से नाराज होकर सरकार के खिलाफ सभी ने मोर्चा खोला था और मीडिया के सामने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। मलिंगा का तो यह कहना था कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आज तक नहीं पूछा, उन्हें मायावती ने ही नेता बनाया है वे बसपा से लड़े थे । उसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कर लिया था ।
6 विधायकों ने सरकार के खिलाफ खोल लिया था मोर्चा
इसी तरह राजेंद्र गुढ़ा और वाजिब अली ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया था। इन सभी 6 विधायकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बाड़े बंदे में शामिल नहीं होने की बात कही थी । उनका कहना था कि किसी भी कीमत पर बड़े बंदे में शामिल नहीं होंगे ।
लेकिन मुख्यमंत्री और उनके साथ रहने वाले नेताओं ने एक-एक कर सभी विधायकों को राजी किया । सभी विधायकों को खुश किया ।
मुख्यमंत्री सभी को अपने साथ उदयपुर लेकर पहुंचे
कल शाम से लेकर आज सुबह तक एक-एक विधायक से अलग-अलग मुलाकात की उसके बाद देर रात तक सभी को साथ लाने के लिए प्लानिंग की। आज सवेरे सभी की एक साथ मीटिंग की सभी की नाराजगी दूर की। फिर दोपहर बाद जयपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान लेकर मुख्यमंत्री सभी को अपने साथ उदयपुर लेकर रवाना हो गए ।
राज्यसभा चुनाव के लिए हो रही बाड़ाबंदी
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की बाडा बंदी में बहुत से नेता और विधायक नहीं पहुंचे। उन सभी को जमा करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके नजदीकी मंत्री एवं विधायक प्रयासरत हैं । अधिकतर को शामिल कर लिया गया है और कुछ तो शामिल नहीं हो पा रहे हैं उनको शामिल करने की कोशिश की जा रही है।