राजस्थान में मानसून जाते जाते फिर से लोगों की हालत खस्ता करने में लगा हुआ है। भारी बारिश के चलते घुटनों तक पानी घरों में बहाया। गुस्साएं लोगों ने हाइवे जाम कर दिया और सरकार के मंत्री को घेर लिया... जाने नहीं दिया।
जयपुर . राजस्थान में पिछले करीब तीन.चार दिनों से एक बार फिर मानसून एक्टिव हो चुका है। भरतपुरए बारांए जयपुर समेत कई इलाकों में पिछले तीन.चार दिनों से बारिश का दौर लगातार जारी है। लगातार हो रही बारिश से जहां लोगों को राहत तो मिली ही है। वहीं अब यह बारिश लोगों के लिए आफत बनती जा रही है। लगातार हो रही बारिश के चलते लोगों की रक्षा करने वाली राजस्थान की पुलिस भी इस बारिश से डर गई है। क्योंकि राजस्थान के बारां जिले में एक पुलिस थाने में ही पानी घुस गया। करीब 2 फीट पानी में पुलिसकर्मी बैठे हुए हैं। वही हवालात में बंद कैदी भी पानी के बीच ही खड़े हैं।
घरों और थाने में भराया पानी
दरअसल बारां जिले में बीती रात से ही तेज बारिश का दौर लगातार जारी हो चुका है। ऐसे में यहां के छिपाबड़ोद कस्बे में ज्यादातर इलाकों में पानी जमा होना शुरू हो गया। आज सुबह कस्बे का कस्बे के निचले इलाके की तरफ से जमा होना शुरू हुआ तो यहां मौजूद पुलिस थाने में भी यह पानी घुस गया। पुलिस थाने में ही करीब 2 फीट तक तालाब की तरह पानी चला गया। ऐसे में पुलिस को तो इससे खुद का बचाव करना ही पड़ा। वहीं यह पानी बैरक में बंद कैदियों तक पहुंच गया। पिछले कई घंटों से पुलिसकर्मी और केबीसी पानी के बीच खड़े और बैठने को मजबूर हैं
जलभराव के विरोध में लोगों ने किया हाइवे जाम
वही दौसा जिले में आज जलभराव से परेशान लोगों ने नेशनल हाईवे पर करीब आधे घंटे तक जाम लगा दिया। लेकिन कोई भी अधिकारी वहां मौके पर नहीं पहुंचा। इसी बीच प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वेंद्र सिंह उस दौरान वहां से गुजरे तो प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और उनसे समस्या के बारे में चर्चा की। प्रभारी मंत्री ने स्थानीय प्रशासन से वार्ता कर समस्या का समाधान करवाने का आदेश दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नेशनल हाईवे पर कंपनी ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया था। लेकिन यह सिस्टम काम ही नहीं करता है जिसकी वजह से जल भराव होता है जो उनकी ढाणियों में पहुंच जाता है।