श्री कृष्ण जन्माष्टमी से एक दिन पहले फिर राजस्थान में जालौर जिले में दलित तथा खाटूश्यामजी में एकादशी पर भगदड़ का मामला फिर गरमाया गया है। आज पूरे सीकर को बंद रखा गया है। सिर्फ आपातकालीन संस्थाओं को छूट दी गई है।
सीकर. राजस्थान के जालौर जिले में दलित तथा खाटूश्यामजी में एकादशी पर भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत के मामले में आज वीर तेजा सेना की ओर से आज सीकर बंद रखा गया है। दलित छात्र की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच व खाटूश्यामजी में मौत के मामले में श्याम मंदिर कमेटी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हुए बंद को 20 संगठनों ने समर्थन दिया है। जिसके चलते शहर में बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। यहां बाजार सुबह से ही बंद हैं। गली- मोहल्ले की दुकानें तक नहीं खुली। जो व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले उन्हें भी टोलियां बनाकर घूम रहे बंद समर्थकों ने बंद करवा दिया। अब बंद समर्थक जाट बाजार में धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंदिर कमेटी के खिलाफ हो कार्रवाई
मामले में वीर तेजा सेना सहित विभिन्न संगठन खाटूश्यामजी में हुई तीन मौत के मामले में श्याम मंदिर कमेटी को दोषी मानते हुए कमेटी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जालौर केस में भी लीपापोती की बजाय मृतक छात्र के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगा रहे हैं। तेजा सेना के जिलाध्यक्ष सचिन पिलानियां का कहना है कि दोनों मामले गंभीर है। लेकिन, सरकार दोनों में ही लीपा- पोती कर रही है।
शिक्षण संस्थानों सहित आपातकालीन सेवाओं को छूट
बंद से शिक्षण संस्थानों, परिवहन सेवाओं व आपातकालीन संस्थाओं को छूट दी गई है। ऐसे में शिक्षा व चिकित्सा सहित परिवहन की सेवाएं शहर में बहाल है। केवल बाजार ही बंद रखे गए हैं।
इन संगठनों का समर्थन
तेजा सेना जिलाध्यक्ष पिलानियां ने बताया कि बंद को रालोपा, सीकर व्यापार महासंघ, किसान युवा संगठन, जाट समाज, भीम सेना, तेजवीर सेना, वसुन्धरा राजे यूथ बिग्रेड, राष्ट्रीय जाट एकता मंच, नेशनल कांग्रेस वर्कर्स कमेटी, डीवाईएफआई, सीटू यूनियन, खेत मजदूर मोर्चा, कांग्रेस किसान मोर्चा, टेम्पू यूनियन सहित अन्य संगठनों ने समर्थन दिया है।