देश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार जोधपुर सेंट्रल जेल में एक बार फिर बड़ी सेंधमारी की खबर सामने आई है। यहां कैदियों के लिए 12 मोबाइल और 20 ईयर फोन पहुंचा दिए। जैसे ही यह जानकारी अफसरों को लगी तो हड़कंप मच गया।
जोधपुर (राजस्थान). दिल्ली के तिहाड़ जेल के बाद देश की सबसे सुरक्षित जेल माने जाने वाली राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, जेल में चोरी छुपे दो पैकेट लाए गए थे, इन दोनों पैकेट को जब जेल प्रशासन ने खोला तो हड़कंप मच गया। दोनों पैकेट में से एक में 12 मोबाइल फोन और दूसरे में 20 ईयर फोन थे। राजस्थान के किसी भी जेल में तस्करी के जरिए लाया गया अब तक का यह सबसे बड़ा मामला है। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल फोन या ईयर फोन एक साथ जेल में कभी नहीं लाए गए।
जोधपुर सेंट्रल जेल में आसाराम समेत कई अन्य बड़े आरोपी बंद
अब जेल प्रशासन उन लोगों को पकड़ने की कोशिश कर रहा है जिन्होंने यह सामान जेल में भेजा है । जेल में बंद बंदियों में से भी पूछताछ की जा रही है, कि यह सामान किसके लिए भेजा गया है। इस मामले में जोधपुर जेल के नजदीक स्थित रातानाडा थाने में केस दर्ज कराया गया है । जोधपुर सेंट्रल जेल में आसाराम समेत कई अन्य बड़े आरोपी बंद है।
जेल में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान लाए गए सामान में मिले पैकेट
उल्लेखनीय है कि जोधपुर सेंट्रल जेल में निर्माण कार्य चल रहा है। कुछ नई बैरकों का निर्माण कराया जा रहा है, साथ ही कुछ मरम्मत के कार्य भी किए जा रहे हैं। इस कारण पिछले कुछ दिनों से जेल में बजरी सीमेंट रोड़ी और अन्य निर्माण सामग्री का सामान मंगाया जा रहा है। बुधवार शाम को भी बजरी से भरा हुआ एक ट्रैक्टर जेल प्रशासन ने जेल में भेजा था । ट्रैक्टर खाली करने के बाद ट्रैक्टर चालक वहां से चला गया था लेकिन जब मजदूरों ने बजरी निकाली तो उस बजरी में 2 पैकेट मिले।दोनों पैकेट जेल अधीक्षक को सौंपी गए तो जेल अधीक्षक ने उन्हें खोला उनमें से मोबाइल फोन और एयरफोन मिले। मोबाइल फोन में से कुछ स्मार्टफोन है और कुछ कीपैड फोन है यह सामान किन के लिए भेजा गया था उसकी पड़ताल की जा रही है।
अंग्रेजों के समय बनी थी ये जेल, 3 फीट से चौड़ी हैं दीवारें
गौरतलब है कि जोधपुर सेंट्रल जेल देश की उन चुनिंदा जेल में से एक है जिसका निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था। जोधपुर सेंट्रल जेल की कुछ दीवारें तो 3 फीट तक चौड़ी हैं ,ताकि एक बैरक में बंद कैदी दूसरे बैरक में बंद कैदी से किसी भी तरह बातचीत ना कर सके। लेकिन उसके बावजूद भी जोधपुर सेंट्रल जेल में चोरी छुपे मोबाइल फोन ,सिम , ईयर फोन, गुटखा, तंबाकू और यहां तक कि ड्रग्स तक भेजी जाती है । कुछ दिन पहले ही जेल के ही एक स्टाफ को ड्रग तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था । वह अपने पैरों की चप्पलों में ड्रग्स छुपा कर ले जा रहा था।