राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ इलाके में 8 दिसंबर को एक शादी समारोह के दौरान हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट केस में मृतकों की संख्या 28 तक पहुंच गई है। वहीं अस इस मामले को लेकर बवाल भी शुरू हो गया है। मृतकों के परिवार ने अशोक गहलोत सरकार से हर लाश पर 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है।
जोधपुर (राजस्थान). जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है । इस जिले में पिछले गुरुवार बड़ा अग्नि कांड हुआ और इस अग्निकांड में अब तक 28 लोगों की जलने से मौत हो गई है । आज सवेरे तक इनकी संख्या 26 थी दोपहर होते हुए दो अन्य लोगों की जान चली गई । अभी भी करीब 30 लोग अस्पतालों में गंभीर हालत में भर्ती हैं। जिनमें से कई लोगों की स्थिति बेहद नाजुक है। इस अग्निकांड के बाद से शेरगढ़ थाना इलाके के भूंगरा गांव में स्थित शमशान की अग्नि ठंडी नहीं हुई है । वहां हर कुछ देर में किसी ना किसी की लाश पहुंच रही है।
हर रोज हो रही मौंते...बड़ा ही भयानक था वो हादसा
दरअसल यह पूरा घटनाक्रम 8 दिसम्बर गुरुवार दोपहर करीब 4:00 बजे का है। उस समय गांव में रहने वाले सगत सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह की बारात रवाना होने वाली थी । इस दौरान जब दूल्हे सुरेंद्र सिंह का नेगचार किया जा रहा था तभी एक के बाद एक 5 सिलेंडर फटे और 60 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया इन । 60 लोगों में से 28 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है । जिसमें दूल्हे के माता-पिता और उसके परिवार के कई अन्य लोग शामिल है। मरने वालों में 10 बच्चे भी हैं ।
अब अग्निकांड के बाद मचा जोधपुर में बवाल
इस अग्निकांड के बाद से अब जोधपुर जिले में बवाल मचा हुआ है । अब मृतकों के परिजन और गांव के लोगों ने अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वह लोग सरकार से बड़े मुआवजे की मांग कर रहे हैं। स्थानीय विधायक मीना कंवर ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुआवजे की मांग की है । साथ ही जोधपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी मृतकों के परिवारजनों को मदद करने की गुहार लगाई है ।
दूल्हे के मां-पिता और बहन-भांजी सबकी मौत
इस अग्निकांड में दूल्हे के माता-पिता के अलावा उसके दो ताऊ , एक बहन और उसके दो बेटे, परिवार की तीन महिलाओं समेत आसपास के घरों में रहने वाले लोग शामिल है । गांव के नरेंद्र सिंह का कहना है कि हमारा तो जैसे गांव ही तबाह हो गया । कई घरों के मुखिया चले गए तो कई घरों से बच्चों की मौत हो गई। सगत सिंह के घर में तो जैसे साक्षात मौत ने तांडव मचाया है ।
ऐसा कोई दिन नहीं गया जब लाशें नहीं उठाईं...
नरेंद्र सिंह का कहना है कि पिछले 8 दिन से ऐसा कोई दिन नहीं गया जब लाशें नहीं उठाई । लेकिन अब हम लोग थक चुके हैं। अब हम लाशें नहीं उठाएंगे । हमारा सरकार से निवेदन है कि घायलों के प्रत्येक परिजन को ₹2500000 और मृतकों के प्रत्येक परिजन को ₹5000000 दिए जाएं । साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए। जिन घरों में मौतें हुई हैं अब उनके सामने पूरे जीवन आजीविका का संकट बन गया है ।
सरकार पीड़ित परिवारों से कर रही मजाक
उल्लेखनीय है कि इस अग्निकांड के बाद 2 दिन पहले सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढा जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे थे और मृतकों के परिजनों से मिले थे । उनका यही कहना था कि सरकार पांच से ₹700000 मुआवजा दे रही है या मजाक कर रही है। उधर समाज की एक संस्था से जुड़े माधु सिंह का कहना है कि अब हम शव नहीं उठाएंगे । अब तो परिवारों में रोने वाले भी नहीं बचे हैं । पता नहीं सरकार हमारे साथ ऐसा क्यों कर रही है। अब हम धरने से नहीं उठने वाले हैं।