राजस्थान में फिर दलित के साथ अत्याचार का मामला सामने आया है। यहां ट्यूबवेल से पानी भरने की बात पीड़ित के साथ इतनी बेरहमी से कहर ढाया कि उसके शरीर को उसके ही लहू से रंग दिया। इतना पीटा की हॉस्पिटल ले जाने के बाद भी जिंदगी नहीं बचा पाएंगे।
जोधपुर ( jodhpur). राजस्थान के जोधपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के एक गांव के दलित युवक को गांव के लोगों ने महज दलित होने पर ट्यूबवेल से पानी भरने की बात पर इस कदर पीटा कि वह बुरी तरह से घायल हो गया। घटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं 50 लाख के मुआवजे की मांग को लेकर परिजन धरने पर बैठे हुए हैं।
ट्यूबवेल से भर लिया पानी, भड़क गए गांव के लोग
दरअसल जोधपुर के सूरसागर इलाके के भोमिया जी मंदिर कॉलोनी में किशनाराम नाम का एक युवक कॉलोनी में बनी ट्यूबवेल पर पानी भरने के लिए गया था। जैसे ही वह पानी भरकर लौटा तो कॉलोनी के ही रहने वाले कुछ लोगों ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दी। पत्नी और बच्चों ने उसे बताने की काफी कोशिश भी की। लेकिन बदमाशों ने उसे लाठियों और सरियों से बुरी तरह से पीट दिया। इसके बाद बदमाश वहां से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने घायल को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
ट्यूबवेल से रात में भरने की है परमिशन
परिजनों ने बताया कि इलाके में जनप्रतिनिधियों ने एक ट्यूबवेल बनवाया था। जिसमें निम्न वर्ग के लोगों को केवल रात के समय ही पानी भरने की मंजूरी थी। लेकिन किसनाराम दोपहर के समय ही पानी भरने के लिए चला गया। इसके बाद बदमाशों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। मृतक के समाज के लोगों का कहना है कि आए दिन उनके साथ ऐसी घटनाएं होती रहती है।
पीने के पानी की बात को लेकर राजस्थान में दलित के साथ मारपीट का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जालौर के एक सरकारी स्कूल में टीचर ने पानी की टंकी को छोड़ने की बात पर एक बच्चे को इस कदर पर पीटा कि उसकी मौत हो गई।