'देखते हैं कैसे नहीं कटवाता है चालान' और पुलिसवालों ने मास्क न होने पर युवक को पटकर पैरों से दबा ली गर्दन

पुलिस टॉर्चर की इस तस्वीर ने अमेरिका में चल रहे अश्वेत विवाद की झलक दिखा दी। जबकि यहां तो मामला सिर्फ मास्क न लगाने का था, लेकिन पुलिसवालों ने रौब दिखाते हुए युवक को जमीन पर पटककर दिन में तारे दिखवा दिए। वहीं, पुलिसवालों ने वीडियो बना रहे दूसरे युवक का गुस्से में आकर मास्क खींचकर फेंक दिया। मामला जोधपुर का है। हालांकि जैसे ही युवक पुलिस के चंगुल से छूटा..उसने एक पुलिसवाले को पकड़कर पीट दिया। इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 4, 2020 12:32 PM IST / Updated: Jun 04 2020, 06:10 PM IST


जोधपुर, राजस्थान. यह तस्वीर किसी फिल्म की शूटिंग की नहीं है। यह है भारतीय पुलिस की वर्किंग स्टाइल! इसे देखकर लगता है कि अमेरिका में एक अश्वेत की टॉर्चर के दौरान हुई मौत से हमारी पुलिस ने कुछ सबक नहीं लिया। बल्कि, यहां की पुलिस की अमेरिकन पुलिस के काम करने के तौर-तरीके पसंद आ गए हैं। यह तस्वीर कोई मजाक नहीं, पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े करती है। इस तस्वीर ने अमेरिका में चल रहे अश्वेत विवाद की झलक दिखा दी। जबकि यहां तो मामला सिर्फ मास्क न लगाने का था, लेकिन पुलिसवालों ने रौब दिखाते हुए युवक को जमीन पर पटककर दिन में तारे दिखवा दिए। मामला जोधपुर का है। हालांकि जैसे ही युवक पुलिस के चंगुल से छूटा..उसने एक पुलिसवाले को पकड़कर पीट दिया। इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। बता दें कि अमेरिका में एक अश्वेत जार्ज फ्लॉयड को गिरफ्तार करते समय पुलिस ने उसकी गर्दन पर घुटने रख दिए थे। वो सांस लेने में परेशान होता रहा, लेकिन पुलिसवाले ने पैर नहीं हटाया। नतीजा, उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद अमेरिका दंगों की आग में झुलस रहा है।

यह हुआ था..
घटना गुरुवार की है। शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड इलाके में पुलिस चेकिंग कर रही थी। पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों और मास्क न लगाने वालों पर नजर रखे हुए थी। इसी दौरान वहां से गुजरे एक युवक का पुलिस वाले ने रोक लिया। उसे मास्क नहीं लगाया था। इससे पुलिसवालों की उससे बहस हो गई। पुलिसवालों ने अपना रौब दिखाते हुए युवक को जमीन पर पटक दिया। एक पुलिसवाले ने उसकी गर्दन पर अपनी टांग रख दी। एक युवक ने इसका जब वीडियो बनाना शुरू किया, तो पुलिसवाले ने उसका मास्क खींचकर फेंक दिया। आरोप है कि पुलिसवालों ने युवक का मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया था। लेकिन जब भीड़ जुटने लगी, तो पुलिसवालों ने उसे छोड़ दिया। जैसे ही युवक छूटा, उसने एक पुलिसवाले को पकड़कर पीट दिया। बाद में कुछ लोगों ने सबको अलग-अलग किया।

पुलिस का तर्क...
देवनगर थानाधिकारी सोमकरण तर्क देते हैं कि प्रतापनगर पुलिस के दो सिपाही चेकिंग कर रहे थे, इसी दौरान बलदेवनगर निवासी मुकेश प्रजापत वहां से निकला। जब उसका चालान काटा जाने लगा, तो वो भड़क उठा। पुलिस के मुताबिक युवक आपराधक प्रवृत्ति का है। उसके खिलाफ पहले भी मामला दर्ज हो चुका है। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उसने पुलिसवालों की वर्दी फाड़ दी। लेकिन इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

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