राजस्थान के करौली शहर से दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां के पुराने शिव मंदिर की दीवार जेसीबी की वजह से गिरने के चलते उसमें मंदिर के अंदर प्रार्थना कर रही महिलाएं दब गई। घटना के कारण एक पीड़िता की मौत हुई वहीं 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
करौली (karauli). राजस्थान के करौली शहर से आज यानि मंगलवार की सुबह दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां नाली बनाने के लिए जमीन खोद रही जेसीबी की टक्कर लगने से पास में स्थित शिव जी के पुराने मंदिर की एक दीवार गिर गई। जिस जगह यह हादसा हुआ वहां 5 लोग पूजा कर रहे थे, जो कि मलबे में दब गए। जैसे ही आसपास के लोगों को घटना का पता चला वहां अफरातफरी मच गई। इस हादसे में 2 महिलाएं सहित 3 लोग गंभीर घायल हो गए। घायलों को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। एक्सीडेंट जिले के सपोटरा इलाके में हुआ है।
मंदिर में बैठ कर रही थी प्रार्थना, आ गिरी दीवार
दरअसल मंगलवार के दिन कपोटरा इलाके में नरौली मोड़ के पास नाली खोदने का काम चल रहा था। नाली जेसीबी से खोदी जा रही थी ताकि काम को जल्दी से निपटाया जा सके। जिस जगह काम चल रहा था वहीं पास में ही शिव जी का पुराना मंदिर बना हुआ था। अचानक से जेसीबी की वजह से एक हादसा हो गया और मंदिर की दीवार अंदर धंस गई। जिस समय हादसा हुआ वहां महिलाएं पूजा कर रही थी। मंदिर की दीवार सीधे उनके ऊपर आकर गिरी जिससे की दो महिलाएं मलबे में दब गई और गंभीर रूप से घायल हो गई। उनकी चीख सुन आसपास के लोग मदद को दौड़े।
मलबे के बीच दबी महिलाएं
महिलाओं के दबे होने की खबर मिलते ही लोग मदद पहुंचे और वहां से मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को दी। इसके साथ ही घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाने की व्यवस्था की। एक महिला की इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। जबकि एक अन्य महिला और व्यक्ति का इलाज जारी है। मृतक महिला की पहचान सीमा देवी पति शिब्बी के रूप में हुई है। वहीं दूसरी घायल महिला की पहचान कांति देवी और पुरुष की पहचान रामजीलाल के रूप में हुई है। घायल रामजी लाल के रूप में जानकारी सामने आई है कि वह ग्राम पंचायत में सेकेट्री के पद पर है। सपोटरा हॉस्पिटल में प्राइमरी इलाज के बाद जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया है।
बिना बेस के बना था मंदिर, दमक से ढह गया
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह और एसपी पहुंचे। कलेक्टर ने बताया कि शिव जी का मंदिर बिना नींव के एक चबूतरे में बनाया गया है, जिसके चलते जेसीबी के वाइब्रेट होने के चलते इसकी दीवार ढह गई। हालांकि पूरे मामले में ठेकेदार की गलती भी सामने आई है। जिसके लिए पुलिस जांच कराई जा रही है।
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