राजस्थान में साधु संतों के ऊपर लगातार हमलें जारी है। ताजा मामला एजुकेशन सिटी कोटा जिलें का है, जहां मंगलवार 23 अगस्त की शाम बदमाशों ने पुजारी और उसके परिवार की पिटाई करने के बाद उनको धमकाते हुए वहां से चले जाने के लिए कहा।
कोटा. राजस्थान में पुजारी और उनके परिवार पर हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में जयपुर में कमेटी सदस्यों से परेशान होकर एक पुजारी ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह कर लिया था। वही इसके बाद एजुकेशन सिटी के नाम से पूरे देश भर में अपनी पहचान रखने वाले कोटा के एक पुजारी परिवार के साथ जानलेवा का मामला सामने है। यहां बदमाशों ने लाठियों से पुजारी परिवार को पीटा।
यह था मामला
घटना कोटा के किशनपुरा तकिया इलाके की है। जहां मंगलवार शाम लव कुमार पुजारी और उसका परिवार शाम को करीब 7:00 से 8:00 के बीच मंदिर में ही था। कुछ देर बाद उसका भाई और मां ऊपर चले गए। इसी दौरान लालचंद जोधराज फूलचंद और कुछ अन्य लोग वहां आए। जो पहले तो पूरे परिवार के लोगों को गाली गलौज करने लगे। इसके बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। बीच-बचाव करने आए माता-पिता को भी बुरी तरह पीट दिया। घटना के बाद आरोपी घर से करीब ₹1 लाख का सामान भी चुरा कर ले गए। फिलहाल पुलिस इन आरोपियों की तलाश में जुटी है।
30 मिनट तक चला हुड़दंग
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो पुजारी के साथ हुई इस मारपीट की घटना में करीब 30 मिनट का समय लगा। सबसे पहले तो बदमाशों ने पुजारी परिवार के गाली गलौज की। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर परिवार के हर सदस्य को पूरी तरह लाठियों से पीटा। मौके पर दो लोगों के खून भी निकलने लगा था। हालांकि जब पड़ोसियों को हल्ले की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने तुरंत मौके पर जाकर स्थिति को भाप लिया। अन्यथा पुजारी या उसके किसी परिवार की सदस्य की जान भी जा सकती थी।
यह है संतों और पुजारियों पर हमले का मुख्य कारण है
दरअसल राजस्थान में करीब 80% मंदिर आज भी मंदिर कमेटी या किसी परिवार विशेष के अधीन है। हालांकि इन मंदिरों में जो पुजारी है वह पिछले कई पीढ़ियों से काम करते आ रहे हैं। ऐसे में मंदिर कमेटी या परिवार उन्हें अपने मंदिर से बेदखल करना चाहता है। ऐसे में वह ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं।