
कोटा (राजस्थान). कोटा के जेके लोन अस्पताल की बदहाल व्यवस्था और डॉक्टरों की लापरवाही से रोज किसी ना किसी मां की गोद सूनी हो रही है। ऐसा गहरा सदमा और दर्द एक मां को मिला है। जिसके मासूम ने कुछ घंटों बद ही दम तोड़ दिया तो वह बेटे के शव को लेकर अस्पाताल के गेट पर धरने पर बैठ गई।
अस्पताल परिसर में चीखती रही लाचार मां...
इस महिला ने एक बेटे को जन्म दिया था। लेकन जन्म के कुछ देर बाद ही उसकी गोद उजड़ गई। पहले तो वह जोर-जोर से अस्पताल परिसर में चीखती रही और इस बदहाल सिस्टम को कोसती रही। लेकिन कुछ देर बाद वह अपने परिजनों के साथ मिलकर अस्पताल के बाहर बच्चे का शव लेकर धरने पर बैठ गई।
112 मासूमों की मौत के बाद हुआ एक्शन
बता दें के कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा रोज बढ़ा रहा है। अब यह संख्या 37 दिनों में 112 बच्चों की मौत हो गई हैं। फिर भी यहां अनदेखी और लापरवाही बनी हुई है। एक महीने बाद प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. रघु शर्मा ने शिशु रोग विभाग के एचओडी डॉ. अमृतलाल बैरवा को पद से हटा दिया है। वहीं घोषणा की है कि अस्पताल में बच्चों के लिए 150 बेड की क्षमता के नए वार्ड बनाए जाएंगे।
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