एनआईए और ईडी ने पहली बार मुस्लिम संगठन पीएफआई पर सबसे बड़ी रेड की है। राजस्थान के जयपुर के अलावा उदयपुर, बांरा, कोटा और अजमेर शहर में भी रेड की गई है और पांचों शहरों से करीब पंद्रह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
जयपुर. राजस्थान में भी पीएफआई के अ्रड्डों पर एनआईए और ईडी की टीमों ने छापा मारा। जयपुर के अलावा उदयपुर, बांरा, कोटा और अजमेर शहर में भी रेड की गई है और पांचों शहरों से करीब पंद्रह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनमें से दो संदिग्धों को फिलहाल गिरफ्तार किया गया है और अन्य से पूछताछ की जा रही है। एनआईए और ईडी के इस छापेमारी के बाद अब राजस्थान में पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने एनआईए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जयपुर शहर की सड़कों पर प्रदर्शन शुरु हो गए हैं और एएनआई एवं अन्य जांच एजेंसियों पर आरोप लगाए जा रहे हैं बेवजह परेशान करने के लिए। राजस्थान के अलावा, यूपी, दिल्ली, कर्नाटका, तेलागंना समेत दस से भी ज्यादा राज्यों में ये रेड की गई है।
राजस्थान से ये सब बरामद किया है एनआईए की टीम ने
राजस्थान में जयपुर में प्रदेश स्तरीय कार्यालय में छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित साहित्य बरामद किया गया है। जयपुर शहर के मोती डूंगरी रोड पर स्थित प्रदेश स्तरीय कार्यालय में छापेमारी के दौरान देर रात दो बजे से आज सवेरे नौ बजे तक कार्रवाई की गई है। इस दौरान सीआरपीएफ और आरएएफ की टीमों ने आधा किलोमीटर के एरिया को घेरे रखा। लोकल पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। इसी तरह उदयपुर, कोटा , बांरा और अजमेर मे भी रेड से पूरी तरह लोकल पुलिस को दूर रखा गया। संदिग्धों को हिरासत में लेकर आरएएफ के वाहनों में ले जाया गया।
वेबसाइट बंद, मैसेज भेजकर भीड़ जुटा रही पीएफआई प्रदर्शन के लिए
अब इस रेड के बाद पीएफआई की बेबसाइट बंद कर दी गई है। संगठन से जुड़े कई लोगों के नंबर बंद आ रहे हैं। जयपुर में संगठन की रेड के बाद सोशल मीडिया पर मैसेज भेज भेज कर धरने प्रदर्शन के लिए समर्थकों को बुलाया गया है। बड़ी बात ये है कि सरकार के खिलाफ तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। साल 2006 से अस्तित्व में आई पीएफआई पर राजस्थान में पहली बार इतनी बड़ी रेड हैं। पीएफआई केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर रही है।