राजस्थान में सरकारी नौकरी के लिए लेने वाली ऐसी कोई परीक्षा नहीं है जो विवादों में नहीं रही हो। प्रशासन से लेकर सरकार की तमाम सख्ती के बाद पेपर लीक हो ही जाता है। राजस्थान में परीक्षा सेफ हो इसके लिए अब तक अभ्यर्थी करीब चार सौ अस्सी करोड़ रुपए सरकार को दे चुके हैं लेकिन उसके बाद भी हर परीक्षा में नकल और विवाद का साया मंडराता रहा है।
जयपुर. कुछ महीने पहले रीट परीक्षा हुई थी राजस्थान में उसका पेपर ऐसा लीक हुआ कि अब तक 60 लोग पकडे जा चुके हैं, कई अब भी फरार है। फिर हुई राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, चार दिन चली इस परीक्षा में नकल गिरोह सेंध नहीं लगाए इस कारण ठोक बजाकर कई तैयारियां की गई। लेकिन फिर वही हुआ जिसका डर था। चार दिन में चार जगहों से लीक और नकल की गैंग पकडी गई है। अब इस पुलिस भर्ती पर भी सवाल खड़ा होना शुरु हो गया है। राजस्थान में परीक्षा सेफ हो इसके लिए अब तक अभ्यर्थी करीब चार सौ अस्सी करोड़ रुपए सरकार को दे चुके हैं लेकिन उसके बाद भी हर परीक्षा में नकल और विवाद का साया मंडराता रहा है। पिछले आठ साल के दौरान कई बड़ी परीक्षाओं में नकल गिरोह ने एंट्री की है और इसके बुरे परिणाम लाखों अभ्यर्थियों को भुगतने पडे हैं।
परीक्षाओं से पहले इस तरह से जमा हुआ चार सौ अस्सी करोड़
चंद हजार सरकारी पदों के लिए हर बार लाखों अभ्यर्थी परीक्षा में किस्मत अजमाते हैं। सरकार तीन सौ रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक का परीक्षा शुल्क वसूल करती है। औसतन हर परीक्षा में करीब चार सौ रुपए का शुल्क वसूला जाता है।
पिछले सालों में हुई परीक्षाओं में इस तरह से अभ्यर्थियों ने किया आवेदन
- लाईब्रेरी भर्ती परीक्षा 2019 में सात सौ पदों के लिए 87 हजार अभ्यर्थियों ने भरा आवेदन।
- जेईएन भर्ती परीक्षा 2019 में कुल 1075 पदों के लिए करीब दो लाख ने भरा आवेदन।
- बिजली विभाग में तकनीकी भर्ती के लिए 1075 पद एक लाख चार हजार ने किया आवेदन।
- पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पांच हजार पांच सौ पदों के लिए आए थे 17 लाख से ज्यादा आवेदन।
- पटवारी भर्ती परीक्षा में 4421 पद 16 लाख आवेदन आए।
- कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा 2300 पद तीन लाख से ज्यादा ने किया था आवेदन।
- चार साल पहले हुए बीएसटीसी में 8000 सीटों के लिए सात लाख ने किया था आवेदन।
- जेल प्रहरी परीक्षा 955 पदों के लिए छह लाख आवेदन आए।
- आरएएस 2018 में 1054 पदों के लिए पांच लाख ने किया था आवेदन
- आरएएस के 988 पदों के लिए पांच लाख से ज्यादा ने किया है आवेदन।
- साल 2014 में बारह हजार पदों के लिए पुलिस भर्ती में 18 लाख से ज्यादा ने किया था आवेदन।
परीक्षाओं से पहले और बाद में इस तरह से बढ़े विवाद
बात अब लीक और रद्द की करते हैं। इन सालों के दौरान आरएएस भर्ती का पेपर लीक हुआ तो परीक्षा रद्द की गई। दिसंबर 2014 में एलडीसी का पेपर लीक हुआ तो परीक्षा रद्द करनी पडी। मार्च 2018 में पांच हजार पांच सौ पदों के लिए होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक हुआ तो परीक्षा को रद्द किया गया। 2019 में होने वाली पटवारी भर्ती का पेपर लीक हुआ तो परीक्षा को रद्द केर दिया गया। 2019 में लाईब्रेरी परीक्षा का पेपर लीक हुआ तो फिर से परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया। तीन साल पहले जेल प्रहरी के 955 पदों के लिए हुए एग्जाम से दो घंटे पहले ही पर्चा सोशल मीडिया पर आ गया। इसे रद्द कर दिया गया। पिछले साल दिसम्बर में जेईएन भर्ती का पेपर लीक हुआ और अब इस साल कृषि पर्यवेक्षकए रीटए एसआई भर्ती और यहां तक कि नेशनल लेवल पर होने वाली नीट परीक्षा तक का पेपर लीक करने के समाचार सामने आ चुके हैं। रीट ने हालात खराब कर रखी है और अब पुलिस भर्ती में संकट खड़ा हो गया है।